तो शुरु करतेहैं कहानी
Accident partners
एक बड़ा सा कॉलेज चारों तरफ बच्चों का शोर शराबा वही एक लड़की समिति अपनी क्लास में लेक्चर अटेंड कर रही थी,उसका ध्यान सिर्फ पढ़ाई में ही था कि बाहर से कुछ शोर सुनाई देता है,सारे स्टूडेंट्स बाहर की तरफ जाने लगते हैं,
लेकिन वो चुपचाप अपनी जगह पर ही बैठी थी।
"""यह सब इस कॉलेज में आम बात है, बड़े और महँगे ओर फेमस कॉलेज होने का यही नुकसान होता है कि अमीर आदमियों के बिगड़ैल बच्चे यहां पर पढ़ते हैं,
आज फिर कोई ,झगड़ा कर रहा होगा,,,""" उसने सोचा ओर फिर अपना ध्यान पढ़ने में लगाने के लिए किताब को देखने लगी कि तभी बाहर से भागती होयी उसकी दोस्त वंदना आयी,
समिति तू यहाँ बैठी है जल्दी चल, उसने हड़बड़ाहट के साथ कहा और उसे लगभग खींचते होये कहा,
क्या होया, बता तो सही,
वो कुछ बोलती की उसकी दोस्त ने भागना शुरु कर दिया।
उसके साथ वो भी भागने लग गयी,दोनो पसीनो पसिनी हो गयी, रास्ते के सारे स्टूडेंट्स उन्हें देख रहे थे, लेकिन समिति कुछ समझ पाती की उसे दूर से ही उड़ता हुआ धूया नजर आने लगा,
कही आग लगी है क्या? समिती ने वंदना से हाँफते होये पूछा लेकिन वंदना ने कोई जवाब नही दिया
कुछ पल के बाद दोनों पार्किंग एरिया में थी वहां एक स्कोटरी धू धू करते होये जल रही थी, समिति स्कोटरी को देखती ही रह गयी , तो वो इकदम आग बबूला हो गयी ,क्योंकि यह उसकी ही स्कूटी थी।
उसकी आंखों में थोड़ी सी नमी आने लगी लेकिन उस वक़्त उसने खुद को काबो में किया इधर उधर देखने लगी, चारो तरफ स्टूडेंट्स खड़े थे ।लेकिन कोई भी आग भुझने की कोशिश नही कर रहा था, वो भागकर आग भुझाने के लिय स्कूटी के पास जाने लगी की उसकी दोस्त ने उसका हाथ पकड़ लिया" क्या कर रही है तू?"
समिती ने थोड़ा गुस्से से कहा",मेरी स्कोटी जल रही है वंदना मुझे आग भुझानी है मेरा हाथ छोड़,"
वंदना ने परेशान होते होये उसके हाथ को ओर जोर से पकड़ लिया",नही समिती , आग तेज है तुझे अगर कुछ हो गया तो,"
,समिती ने थोडा नर्मी से कहा उसके आँखों से आंसू लगभग निकलने ही वाले थे,
वंदना प्लीज जाने दे वो स्कोटी मेरी भाई की आखिरी गिफ्ट है, उसने मुझे बहुत प्यार से दीथी
प्लीज वंदना छोड़ प्लीज
वंदना ने उसकी हालत को देखते हुए उसका हाथ छोड़ दिया,समिति भागकर स्कूटी के पास जाने लगी की
तभी सामने से एक बड़ी सी जीप ने उसका रास्ता रोक लिया
सारे स्टूडेंट्स उस जीप को देख कर थोड़ा थोड़ा पीछे हो गए, जीप में से 4 लड़के निकले ओर सभी के महँगे ओर स्टालिश कपडे देखने मे सभी ऊंचे ओर अमीर खानदान के लग रहे थे,
वही वंदना ओर समिति ने आम साधारण से कपड़े पहने हुए थे समिति ने जींस और टॉप पहना था जो उसकी खूबसूरती को चार चांद लगा रहा था, उसके बाल खुले हुए थे कानों में बड़े-बड़े झुमके पैरों में स्पोर्ट शूज थे वही वंदना ने आम सी कमीज सलवार पहने हुआ था उसने साधारण से सैंडल पहनी हुई थी।
समिति ने सबको इग्नोर किया और स्कूटी की तरफ जाने लगी थी,के तभी एक हैण्डसम कूल सा दिखनेवाला लड़का जीप की ड्राइविंग सीट से निकला और समिति के सामने जाकर खड़ा होगया, उसने एक हाथ से बालोंको सेट कियाऔर दूसरे हाथ खसे अपने गोगलस को ठीक किया।
उस लड़के को देखते ही आसपास की खड़ी लड़कियों ने आहे भरते होये उसका नाम लेकर चिललाना शुरू कर दिया मान,,, मान,,, इधर देखो ना प्लीज, मान ई लवयू, मान मुझसे दोस्ती कर लो,,,, प्लीज,,,
ई लाइक यू ,,,,,मान ऐसी ही ढेरो सारी बाँते ओर आवाजे पूरे पार्किंग एरिया में गूँजने लगी,
लेकिन उसने कोई रिस्पांस नही दिया जैसे उसके लिए यह आम बात हो,
समिति कुछ सोच पाती की मान ने पीछे खड़े दोस्त की तरफ हाथ किया तो उसने एक पेट्रोल की बोत्तल मान के हाथ मे रख दी,
मान ने शैतानी मुस्कान के साथ समिती की तरफ देखा और अगले ही पल वो बोतल उसकी स्कोटरी की तरफ फेंक दी एक जोरदार धमाके की आवाज आई और उसकी स्कोटी बुरी तरह से जलने लगी समिति ने गुस्से भरी नजरों से मान को देखा और उसका कॉलर पकड़ लिया।
यह सब तुमनेकिया, मैं तुम्हें छोड़ोंगी नही उसने गुस्से से एक थपड़ उसके गालपर मारदिया,
थपड़ इतना जोरदार थाकि मान कुछ कदम पीछे होगया,
दोनो जलतीआँखों से एक दूसरे को देख रहे थे,
जैसे एक दूसरे को कच्चा ही चबा जाएंगे,
माहौल एकदम से ओर भी गंभीर, खराब, टेंशन वाला होगया,
सारेलोग बस उन दोनोको ही देख रहेथे खासकर मान को
आखिर वो क्या जवाब देगा समिती के थप्पड़ का,
मान इस लखनऊ शहर के विधायक का बेटा, एक नंबर का बदमाश, आवारा, गुस्सेल, पूरे शहर में इसकी ही चलतीहै,
बड़े बड़े लोगों के साथ उठना बैठना आम बात है इसके लिए आज उसी मान को समिती ने पूरे कॉलेज के सामने थपड मार दिया
वंदना जो पीछे खड़ी थी वो भी डरके मारे कांपने लगगई वो जानती थी मान समिती को छोड़ेगा नही.
To be continue,,,
Missamittal