shabd-logo

11/1/2023:- मेरा बचपन

11 जनवरी 2023

21 बार देखा गया 21
प्रिय सखी।
कैसी हो ।हम अच्छे हैं पुस्तक प्रतियोगिता में किताब प्रथम आने के बाद भी अभी तक हमसे किसी ने इस विषय में बातचीत नहीं की है मंच की ओर से ।और दो बार डायरी लेखन में प्रथम आने पर डायरी भी नहीं पहुंची है ।देखो कब तक होती है बातचीत।
आज का विषय:- मेरा बचपन
हूममम कुछ खास बचपन नहीं रहा हमारा।घर में सबसे छोटे थे चार बहनों में और एक बड़े भाई हैं हमारे। परम्परागत खानदानी परिवार था हमारा ।बचपन में सब इकट्ठे रहते थे ।दादा जी का हमारी हवेली में बाहर वाली बैठक ही कमरा था ।बड़े बुजुर्ग हमेशा बाहर वाही कमरा लेते थे। ताकि कोई मेहमान आये तो वो दादाजी के कमरे में ही आये।दूसरा मेरी ताई जी और मां दादाजी से पर्दा करते थे तो बहूओ को आराम रहे इसलिए दादा जी का कमरा बाहर वाला था ।हम सब कजिन्स चबूतरे पर बैठकर दादाजी से पहाड़े (टेबल्स) सीखते थे
कसम से ऐसी ऐसी टेबल्स सीखाते थे दादाजी मेरे तो सिर के ऊपर से जाती थी ।सवा की,ढाई की और पता नहीं कौन सी ।मेरे दादा जी मुंडी हिंदी में लिखते थे।
हमारे हवेली में एक बड़ा सा चौक था उसमें एक तरफ ताई जी अंगीठी जलाकर खाना बनाते थे तो दूसरी ओर हमारी मम्मी। हम सब अंगीठी के चारों ओर बैठ कर ठंडी में सीकते भी रहते थे और खाना भी खाते रहते थे।कसम से वैसा स्वाद कभी नहीं आया इतने बड़े हो गये।
इतनी बड़ी हवेली थी कि कभी बाहर खेलने जाने की जरूरत ही नहीं पड़ी घर में ही रस्सी कूद,छुपपम छुपाई,और बहुत से गेम खेलते थे।गली पड़ोस की लड़कियां जलती थी कहती थी तुम्हें तो तुम्हारे घर के ऐसे रखते हैं जैसे कहीं की राजकुमारी हो
।हम तो बस यही कहते थे भयी हम तो जैसे है वैसे ही रहेंगे तुम हमारी हवेली में आओ तो आ जाओ खेलने हम तो तुम्हारे घर नहीं आये गे‌
शुरू से ही छवि टाम ब्वाय की रही थी हमारी, हमारी गली में ।गली का कोई ऐसा लड़का नहीं था जो हमसे नहीं पीटा हो।हहहहा।
सखी अगर बचपन की बातें लिखने बैठूं गीत तो एक किताब बन जाएगी।सोचा तो है एक किताब अपने जीवन पर लिखूं देखो कब शुरूआत होती है।
अब चलती हूं सखी अलविदा।
Motivational Stories by

Motivational Stories by

वाह मोनिका जी आपके बचपन के संस्मरण को पढकर आनन्द आ गया बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति दी है आपने सादर नमस्कार

11 जनवरी 2023

Monika Garg

Monika Garg

11 जनवरी 2023

जी धन्यवाद।अगर हम कभी लिख पाते तो अपने जीवन पर एक उपन्यास लिखेंगे

16
रचनाएँ
दैनंदिनी सखी (जनवरी) 2023
0.0
नया साल ,नई मुलाकात ,नए विचार। मेरी सखी के साथ
1

4/1/2023:-भारत में रूसी तेल का आयात

4 जनवरी 2023
8
1
0

प्रिय सखी ।।कैसी हो। आज ही पता चला तुम्हारी और हमारी मुलाकात एक महीना और होगी। लो फिर से हाजिर हो तुमसे मुलाकात करने के लिए।आज का विषय:-भारत में रूसी तेल का आयातअप्रैल के बाद से भारत का रूस से तेल आया

2

5/1/2023:-हरित हाइड्रोजन मिशन

5 जनवरी 2023
2
0
0

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं। हम बहुत खुश हैं आखिरकार हमारी किताब विजेता की श्रेणी में आ ही गयी। बहुत प्रयास किया था हमने पर विजेता नहीं बन पाते।ये फोन वेरीफिकेशन का कमाल है जो हम विजेता की श्रेणी म

3

7/1/2023- लुप्त होती स्वतंत्रता

7 जनवरी 2023
2
0
0

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं ।ठंड के कहर से लड़ रहे हैं ।कल बहुत से संदेश मिले बधाई के क्योंकि पुस्तक प्रतियोगिता में किताब प्रथम जो आई है।आज का विषय:- एक लुप्त होती स्वतंत्रताहम एक स्वतंत्र देश में

4

8/1/2023:- नागरिक संशोधन अधिनियम

8 जनवरी 2023
1
0
0

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं ।कल ही स्कूल से छोटे बेटे के मैसेज आया कि सर्दी की छुट्टी बढ़ा दी है तो मन को सुकून मिला वरना कल लाट साहब के हाथ अकड़ जाते जब सर्दी में स्कूल जाते तो।अब तो आलम ये है कि

5

8/1/2023:- नागरिक संशोधन अधिनियम

8 जनवरी 2023
1
0
0

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं ।कल ही स्कूल से छोटे बेटे के मैसेज आया कि सर्दी की छुट्टी बढ़ा दी है तो मन को सुकून मिला वरना कल लाट साहब के हाथ अकड़ जाते जब सर्दी में स्कूल जाते तो।अब तो आलम ये है कि

6

11/1/2023:- मेरा बचपन

11 जनवरी 2023
3
1
2

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं पुस्तक प्रतियोगिता में किताब प्रथम आने के बाद भी अभी तक हमसे किसी ने इस विषय में बातचीत नहीं की है मंच की ओर से ।और दो बार डायरी लेखन में प्रथम आने पर डायरी भी नहीं पहु

7

12/1/2023 :- राष्ट्रीय युवा दिवस

12 जनवरी 2023
2
0
0

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं ।बस ठंड की वजह से थोड़ी तबीयत नासाज है। आज कल के युवाओं को क्या होता जा रहा है कल हम शोप पर बैठें थे तो हमने देखा तीन चार युवा लड़कों का समूह स्कूल की छुट्टी के बाद घर

8

13/1/2023:- लोहड़ी का त्योहार

13 जनवरी 2023
1
0
0

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं। तुम्हें और तुम्हारे परिवार को लोहड़ी की शुभकामनाएं।आज का विषय:- लोहड़ी का त्योहारभारत को त्योहारों का देश कहा जाता है क्योंकि भारत देश में विभिन्न प्रकार के पर्व मनाये

9

17/1/2023:- उत्तराखंड के जोशीमठ में भूस्खलन

16 जनवरी 2023
5
0
1

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं और लोहड़ी और मकर संक्रान्ति कैसी रही। आजकल तो जब भी समाचार सुनो ,देखो, पढ़ो हर जगह जोशीमठ की तस्वीरें और खबरें होती है। सरकार ने भी लोगों के आशियाने गिरा कर सिर्फ डेढ़

10

19/1/2023 :- WFI पर लगाया गया विनेश फोगाट का आरोप

19 जनवरी 2023
6
1
0

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं और थोड़ा दुःखी भी है ।दो बातों से एक तो हमारी डायरी की पाठक संख्या अचानक से कम हो गयी।दो दिन पहले यह 10 थी ।कल देखी तो ये चार गयी।दूसरी बात फिर से वही जो हम हर बार कहते

11

20/1/2023 :- देहली में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध

20 जनवरी 2023
10
1
0

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं ।शोप पर बैठें है। क्या वास्तव में महिलाएं सुरक्षित है नहीं ।इसके पीछे विकलांग मानसिकता और हमारे लिए हुए संस्कार है ।जो हम अपने बच्चों को देते हैं ।ये जरूरी नहीं कि हर बा

12

24/1/2023 :- राष्ट्रीय बालिका दिवस

24 जनवरी 2023
3
1
0

प्रिय सखी।कैसी हो। हम अच्छे हैं। एक बात बताएं कल हमारे साथ क्या हुआ । दरअसल हम शोप के लिए माल लेने गये थे।जब हम बाहर जाते हैं तो हम फोन बहुत कम ही उठाते हैं।पर कल ना जाने कैसे जब पर्स में फोन रखा तो अ

13

25/1/2023:- गुजरात दंगों पर बीबीसी की बनी डॉक्यूमेंट्री और विवाद

25 जनवरी 2023
1
0
0

प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे हैं और तुम बताओ सखी क्या हाल चाल है ।अब तो अपनी मुलाकात के दिन थोड़े ही रह गये हैं । क्यों ना जी भर कर बातें करें विभिन्न विषयों पर चर्चा करें।आज का विषय:- गुजरात दंगो

14

26/1/2023 :- बी.वी दोषी का निधन

27 जनवरी 2023
8
0
0

प्रिय सखी।कैसी हो हम अच्छे हैं और तुम अच्छी हो ये हमें पता है।आज का विषय:- बी. वी दोषी का निधनप्रसिद्ध भारतीय वास्तुकार बालकृष्ण विठ्ठलदास दोशी, जिन्हें देश में कुछ सबसे प्रतिष्ठित संरचनाओं जैसे IIM ब

15

28/1/2023:- 2023 के पद्म अवार्ड

28 जनवरी 2023
4
0
1

प्रिय सखी ।कैसी हो ।हम अच्छे हैं ।अब तो दो ही मुलाकात रह गयी है । फिर ना जाने कब मिलना होगा ।हम तो यही सोच रहे थे कि दिसंबर में ही हमारी और सखी की अंतिम मुलाकात होगी पर शब्द मंच ने एक महीने का और अवसर

16

29/1/2023:- अलविदा सखी

29 जनवरी 2023
5
0
0

प्रिय सखी।कैसी हो ।आज हमारी तुम्हारी मुलाकात का आखिरी दिन है। बहुत सी बातें हुई हमारी तुम्हारी । बहुत से ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा भी हुई।कुछ खट्टी कुछ मीठी,मंच को तुम्हारे माध्यम से कुछ खरी कुछ खोटी बा

---

किताब पढ़िए