क्या पितृ दोष कर्म से सम्बन्धित हैं ?
जी हैं लेकिन हमारे कर्मो से नहीं हमारे पूर्वजो के कर्मो से ! जिस तरह हमें माता पिता की सम्पति में हिंसा मिलता हैं उसी तरह से उनके कर्मो में भी हिंसा मिलता हैं ! अब यहां कई प्रशन हो सकतें हैं !
1. पितु दोष हैं तो एक ही परिवार में कोई खुश तो कोई दुखी क्यों हैं ?
तो इसका जवाब हैं की आप ने देखा होगा घर के बड़े बुजुर्ग कभी कभी किसी को अधिक तो किसी को कम प्रेम करते हैं ! तो वह किसीको अधिक किसी को कम देते हैं उसी तरह किसी को पितरो के कर्मो में अधिक हिंसा मिल जाता हैं तो किसी को कम !
2. क्या उनके अच्छे कर्मो में भी हिंसा मिलता हैं ?
जी मिलता हैं उनके अच्छे कर्मो की वजह से आप के कर्म को माफ़ी मिल सकती हैं ! लेकिन इसका मतलब यह नहीं की आप बुरे कर्म करते रहें !
3. क्या हम इंकार कर सकतें हैं कर्म लेने से ?
नहीं ,किससे इंकार करेंगे? भगवान से या पितरो से क्या आप उनकी बातो को समझ सकें हैं क्या आप उनसे जुड़ेंगे !
4. किस किस तरफ के पितृ हमे प्रभाव डालते हैं
हमे 1. हमारी माता की तरफ से 2. पिता की तरफ से 3. अगर शादीशुदा हैं तो लाइफ पार्टनर के माता, पिता की तरफ के
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