ज़रूरी नहीं कि जो दिखता है वो वही होता है,
थोड़ा बहुत परख लेना किसी को सही होता है.
हर कोई वो करता है,जो भी आप देखना चाहे,
होता आप के साथ है,ध्यान और कहीं होता है.
थोड़ा बहुत परख लेना किसी को सही होता है.
सब के अपने ही तरीके हैं,संस्कार तो फीकें हैं,
दिखावा करते हैं ,सच का सामना नहीं होता है.
थोड़ा बहुत परख लेना किसी को सही होता है.
दोगलापन बढ़ा है, पर ये माथे पर नहीं गढा है,
अनुभव क्यों चिडिया के चुगने पर ही होता है.
थोड़ा बहुत परख लेना किसी को सही होता है.
एक शब्द ने बदल कर रख दी है प्यारी दूनिया,
अपने परायों का जन्मदाता मतलब ही होता है.