।।जो मन आये लिख डालो।।
(द्वारा:-©कुमार मनीष)
(8418056591)
मन में छिड़ी हो जंग,तो लिख डालो;---
कोई न हो जब संग,तो लिख डालो;---
खिलें या सूखें रंग,तो लिख डालो;---
मन-की-उदासी-हो---
बात-ताज़ी-बासी-हो---
हारे-हो-जीते-हों---
दिन-जैसे-बीते-हों---
"लिख-डालो"---
कोई छोड़ दिया,कोई तोड़ दिया,---
कोई दुखती नब्ज़ मरोड़ दिया;---
कोई रात-रात भर जागा हो,---
कोई जेठ में तपती सड़कों पर,---
बिन चप्पल के भागा हो।---
लिख डालो उन हिस्सों को।---
लिख डालों उन किस्सों को।।---
हर पल से तुमको प्यार हो,---
और कलम में वो रफ्तार हो,---
कि तीखी-पैनी धार हो,---
और लिखो तो आर-पार हो।---
और न भी हो,तो लिख डालो।---
सुर न भी मिले,तो भी गा लो।।---
क्या हुआ जो तुम पर कोई हँसे,--
क्या हुआ जो तुम पर तंज़ कसे,---
कह दो जो कुछ भी कहना है,---
कह दो झरने संग बहना है।।---
क्या किसी से तुमको कुछ लेना।---
क्या किसी को तुमको कुछ देना।---
कौन सी बहुत उधारी है?---
सब चुकता है।---
जग झुकता है।---
जीतो...जीत तुम्हारी है।।---
अब बस लिखने की बारी है।।---
अब बस लिखने की बारी है।।---
तो लिख डालो अपनी उड़ान को,---
बनती-बिगड़ी जो पहिचान हो,---
क्यों तुम ज्यादा सोच रहे हो?---
क्यों खुद को खरोंच रहे हो?---
कह दो अपनी अनबोली को,---
उस किताब के पन्नें पढ़ दो,---
जो अब तक न तुमने खोली हो;---
लिख डालो सफ़र में आते-जाते,---
खाली कर दो पुराने खाते,---
लिख दो यूँ ही बैठे-बैठे,---
लिख दो कुछ भी कहते-कहते।---
"बस्ती में बहते शोर" को लिख दो;---
"सन्नाटा चारों ओर" को लिख दो;---
"रात के बाद की भोर" को लिख दो;---
"भोर में नाचे मोर" को लिख दो;---
"बादल गरजे जोर" को लिख दो;---
"बरसे जो घनघोर" को लिख दो;---
"बूंदों की लंबी डोर" को लिख दो;---
"डोर के अंतिम छोर" को लिख दो;---
बहुत पढ़ लिया,पढ़ा ही लिख दो;---
बहुत लड़ लिया,लड़ा ही लिख दो;---
जो मन आये,वो तुम लिख दो;---
न मन आये,तो तुम लिख दो;---
मन से जाये,सो तुम लिख दो;---
मन भरमाये,को तुम लिख दो;---
उनके हँसते चहरे देखो,---
उनकी हँसी पे पहरे देखो ।---
उस सीने के दर्द को देखो,---
मज़बूरी की गर्द को देखो ।---
उनके मन में पाप को देखो;---
देखो अपने आप को देखो;---
द्वेष-भाव से कोई जलता है;---
किसी में लालच ही पलता है;---
अपने मन के भाव जगा लो,---
न जागें तो भी लिख डालो ।---
'लिखो'..लेखनी बोल रही है ।---
दो उँगलियों में डोल रही है।---
नया-पुराना सब तुम लिख दो ।---
'कम नहीं शब्द'अब तुम लिख दो।---
'कम नहीं शब्द'अब तुम लिख दो।---
(8418056591)
(द्वारा:-©कुमार मनीष)