एक तेरे एहसास ने जकड़ कर रखी हुई है दूनिया,
तू नहीं जिस दिल में, वो मतलबी हो गई है दूनिया.
तेरा जिक्र हो जाने पर आज भी हम एक हो जाते,
जहाँ नहीं तेरा गुणगान, प्रभु भटकी हुई है दूनिया.
कण कण में तेरी ही माया है, हम सब तो छाया है,
तुझसे अलग कुछ नहीं, अनजान हो गई है दूनिया
तेरे हाथों में सृष्टि की कमान है, तू है तो ही जान है,
विश्वास की डोर तोड़ कर, वहमी हो गई है दूनिया.
सबका मकसद आत्मा को परमात्मा से जोड़ना है,