एक तेरे एहसास ने जकड़ कर रखी हुई है दूनिया, तू नहीं जिस दिल में, वो मतलबी हो गई है दूनिया. तेरा जिक्र हो जाने पर आज भी हम एक हो जाते, जहाँ नहीं तेरा गुणगान, प्रभु भटकी हुई है दूनिया. कण कण में तेरी ही माया है, हम सब तो छाया है, तुझसे अलग कुछ नहीं, अनजान हो गई है दून