मेरे मत से समय बिताने के लिए, शरीर को स्वस्थ रखने के लिए तथा मन को सुदृढ़ करने के लिए जिन खेलों को खेलने के लिए राष्ट्रमंडल देश मिलकर आयोजन करते हैं, उसे कॉमनवेल्थ गेम्स कहना उचित होगा। इंग्लैंड के बर्मिंघम शहर में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में हॉकी में रजत पदक के साथ भारत का स्वर्णिम अभियान समाप्त हुआ। इस बार भारत ने 22 स्वर्ण, १६ रजत और २३ कांस्य के साथ कुल 61 पदक अपने नाम किए। कॉमनवेल्थ गेम्स में केवल राष्ट्रमंडल देशों के खिलाड़ी सम्मिलित होते हैं।
यदि जीवन सौंदर्य की आत्मा है तो खेल उसके प्राण। खेल के बिना जीवन जड़ है। गतिशीलता जीवन का लक्षण है और गतिशील रहने के लिए विभिन्न प्रकार के खेल आवश्यक हैं। इन्हें हम तीन भागों में बाँट सकते हैं-
पहला - मनोरंजन के खेल, जिन्हें खेलने से मानसिक थकावट दूर होती हैं और नवस्फूर्ति के संचरण से मन के संकल्पों को दृढ आधार मिलता है। इसमें ताश, शतरंज, कैरमबोर्ड, सांप-सीढ़ी, जादूगरी आदि खेल आते हैं।
दूसरा- व्यायाम के खेल, जिन्हें खेलने से शरीर पुष्ट होता है और शरीर में स्फूर्ति के संचरण से मन उत्साहित रहता है। इसमें कुश्ती, निशानेबाजी, नौकायन, डोनगिचालन, बॉक्सिंग, वेटलिफ्टिंग, साइकिलिंग, फेसिंग, जुड़ो, घुड़दौड़, तीरंदाजी, हॉकी, बॉलीवाल, हैंडबॉल , फुटवाल, टेनिस, टेबलटेनिस, क्रिकेट, खो-खो, कबड्डी आदि खेल आते हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में मुख्य रूप यही खेल खेले जाते हैं।
तीसरा - धनोपार्जन के खेल, जिन्हें खेलकर धन और यश प्राप्त होता है। इसमें सर्कस का खेल, जादू का खेल तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेले जाने वाले मैच आते हैं।
खेल हमारे जीवन के लिए कितने आवश्यक हैं, इसे हम बचपन से देखते आये हैं। खेल-खेल में बच्चा खड़ा होना, चलना और फिर दौड़ना सीखता है। बालक खेल-खेल में भावी जीवन का विकास करता है। खेल से हमारे बुद्धि के विकास के साथ आपसी भाईचारे की भावना प्रबल होती है, इसे हमने कभी स्कूल के दिनों से खूब पढ़ा था, जो आज भी याद है कि -
बुद्धिर्विकासो मनसो विनोद: स्वस्थं शरीरे नवचेतनाचा
सौहार्दलाभच देशभक्ति: सञ्जायेत कंदुक खेलनेना