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आज़ादी का अमृत महोत्सव

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कलम के सिपाही गणेश शंकर विद्यार्थी के जन्मदिवस (26 अक्टूबर) परयह समय ऐसा है जब फ़ासिज्म का काला घटाटोप समाज के ऊपर छाया हुआ है, हर बेहतर चीज पर धूल-राख डाली जा रही है, आज़ाद विचारों का गला घोंटा जा रह

शहीद सुखदेव के जन्मदिवस (15 मई ) के अवसर पर....भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में ‘सुखदेव’ ऐसा नाम है जो न सिर्फ़ देशभक्ति बल्कि साहस और कुर्बानी का भी प्रतीक है। 23 मार्च 1931 के दिन सुखदेव को उनके दो क्रा

गदर पार्टी के नेता  शहीद करतार सिंह सराभा जी के जन्मदिवस पर क्रांतिकारी सलामभगतसिंह करतार सिंह सराभा का एक फोटो हमेशा अपने साथ रखते है और उनको अपना आदर्श मानते थे।करतार सिंह सराभा ने मात्र 15 वर्

अमर सेनानी भगवतीचरण वोहरा के शहादत दिवस 28 मई पर उन्हें हमारा इन्क़लाबी सलाम!शहीद भगवतीचरण वोहरा नौजवान भारत सभा के संस्‍थापक सदस्‍य थे, हिन्दुस्तान समाजवादी प्रजातान्त्रिक संघ (HSRA) बनाने में उनका अह

हिन्दुस्तान समाजवादी प्रजातान्त्रिक संघ (HSRA) के कमाण्डर इन चीफ़ महान स्वतन्त्रता संग्रामी *चन्द्रशेखर आज़ाद* के जन्‍मदिवस (23 जुलाई) के अवसर परचन्द्रशेखर आज़ाद – ग़रीब मेहनतकश जनता की क्रान्ति-चेतना क

13 सितंबर का दिन भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन की एक ऐसी शहादत से जुड़ा है जो लंबे अनशन का नतीज़ा थी। हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी के क्रांतिकारी जतिन दास (जतिन्द्र नाथ दास) आज ही के दिन लाहौर जेल म

सेठ रामदास जी गुड़वाले 1857 के महान क्रांतिकारी, दानवीर जिन्हें फांसी पर चढ़ाने से पहले अंग्रेजों ने उन पर शिकारी कुत्ते छोड़े जिन्होंने जीवित ही उनके शरीर को नोच खाया । सेठ रामदास जी गुडवाला दिल

सीताराम राजू का जन्म 15 मई, 1897, विशाखापट्टनम और शहादत- 7 जुलाई 1924) भारत की आज़ादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले वीर क्रांतिकारी शहीदों में से एक थे। उन्हें औपचारिक शिक्षा बहुत कम मिल पाई

आज एचएसआरए के महान क्रान्तिकारी शहीद शिवराम हरि राजगुरु का जन्मदिवस है। पूना के खेड़ा में 24 अगस्त 1908 को जन्म लेने वाले राजगुरु घर छोड़कर पढ़ाई के लिए बनारस आये थे। यहीं उनका सम्पर्क गोरखपुर से निकल

"लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक आधुनिक भारत के निर्माता आइये जानें कैसा था उनका व्‍यत्तिव"भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में ऐसे कई महानायक हैं जिन्होंने अपने महान कार्यों से देश को स्वतंत्र कराने में अहम भूमिका

यह घटना उस समय की है जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने विदेश जाकर देश को आजाद कराने के लिए आजाद हिंद फौज के गठन का कार्य प्रारंभ किया।उसी दौरान उन्होंने रेडियो प्रसारण पर एक आह्वान किया था कि "हम अपनी स्वत

विद्वानों ने मनुष्य को एक सामाजिक एवं विचारशील प्राणी के रूप में वर्गीकृत किया है। किसी मनुष्य के सम्पूर्ण व्यक्तित्व व चरित्र का उसके समाज पर प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव अवश्य पड़ता है। ऐस

बिना खड्ग बिना ढाल का काला सच...  11 सितम्बर 1857 आज का ही दिन था जब.... बिठूर में एक पेड़ से बंधी 13 वर्ष की लड़की को, ब्रिटिश सेना ने जिंदा ही आग के हवाले किया, धूँ धूँ  कर जलती वो लड़की, उफ़ तक न बोली

श्रीमान मैं भारतीय इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया... एक ट्रेन द्रुत गति से दौड़ रही थी। ट्रेन अंग्रेजों से भरी हुई थी। उसी ट्रेन के एक डिब्बे में अंग्रेजों के साथ एक भारतीय भी बैठा हुआ था। डिब्ब

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आज के समय एक युवक का जीवन युवक यानि 16 वर्ष से अधिक का बच्चा।कैसा जीवन है युवकों का आज के समय?आइए इस विषय पर चर्चा करते है। मैं अपने जीवन से एक उधारण लेता हूं मैने तो 12 वी कक्षा पास कर ली अब आगे

जल ही जीवन है ये हम सबने बचपन से सुना है। फिर आज के समय में ये जल इतना दूषित हुआ कैसे कि हर घर को फिल्टर लगाने पड़े । क्यों जल का जमीनी स्तर कम होता जा रहा है । इस विषय पर चर्चा गहराई से करनी चाहिए। ब

नौजवान क्रांतिवीर यानी 14 अगस्त 1942 , आज़ादी से ठीक पांच वर्ष पहले बेवर नगर विदेशी दासता से हो गया था आज़ाद.... मिडिल स्कूल के कक्षा 6 व 7 के छात्र  व नगर के नौजवान क्रांतिवीर ( विद्यार्थी कृष्ण कु

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दोस्तों आप सभी लोग जानते हैं कि अयोध्या में हिंदू मानते हैं वहां 1528 के पहले रामचंद्र जी का मंदिर था लेकिन बाद में मंदिर तोड़कर वहां मस्जिद बना दिया गया मंदिर तोड़कर मस्जिद का रूप देने में कुछ मंदि

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16/8/2022प्रिय डायरी,                  आज का शीर्षक है आजादी के नायक        ऐसा मानना है कि 75 वर्ष पूर्व अंग्रेजों के क्रूर शासन की सत

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स्वतंत्रता दिवस को मिलकर भाईचारा अपनाओ।आजादी के इस अमृत महोत्सव को सब मनाओ।।गंगा यमुना के इस तहज़ीब को सभी धर्म अपनाओ।सभी धर्म के लोग यहां अब राष्ट्र धर्म को अपनाओ।।आजादी के इस अमृत काल को अब तुम सब ज

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