कभी ऐसा भी वक्त आता है जब रुकता है सब कामबस समझ लो तुम, यह है जीवन का अल्पविरामजो अब बंद है, वह चल पड़ेगाअंदर जो भी है, वह निकल पड़ेगाबढ़ती हुई रफ्तार को मिल गया आरामबस समझ लो तुम, यह है जीवन का अल्पविरामअटकते हैं कम ताकि सांस ले पाएपीछे छूटे वक्त को हम पास ले पाएदेर होगी हमको छूने के लिए मुकामबस सम