20 जनवरी 2017
#पता_नहीं अपनी दोस्त के साथ स्कूटी से जाते वक्त.. मेरी नज़र उसके हेंडल पर लटकी हुई सूखे गेंदें की माला पर गयी.. तो मैने बोला.. के होगयी थी पूजा,अब तो निकाल लो इसे.. फेंक देना,वरना फंसेगी।तब वह कहने लगी.. के अभी फेंक देतें हैं। निकाली माला..