2 जून 2017
“मुक्तक” सैयां गए परदेश सखी सुन इतर लगाए गणवेश सखी सुन केहि विधि जतन करूँ रंग अंगा चिठिया न लिखे उपदेश सखी सुन॥-1 डगर विदेशी प्रथमेश सखी सुन सुंदर सजना जिग्नेश सखी सुन छोड़ि गए मोही मोह मोहाए रूपक ललना लवलेस सखी सुन॥-2 महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी