17 अगस्त 2020
अँधेरे में है हम - अँधेरे में है हम ,खुदा की रोशनी से दूर है हम बुराई का आतंक फ़ैल रहा है इन्साफ से दूर जा रहे है हम अँधेरे में है हम (2) कब तक इस धुएँसे छुपते रहे हम कभी हमें भी तोह आके इससे गुजरना पड़ेगा अँधेरे में है हम (2) माँ जैसे इस कोमल शब्द