अपने ज़ज्बातों को कागज़ पर उतारने का मन कर रहा है
की किस तरह कोई मेरे अहसासो को दफ़न कर रहा है
की लाज़मी था उनका इस तरह हमको छोड़ कर चले जाना
वो कहते थे बार बार हमारा मन भर रहा है Dksarkar जी
मेरे जज़्बात
2 दिसम्बर 2021
अपने ज़ज्बातों को कागज़ पर उतारने का मन कर रहा है
की किस तरह कोई मेरे अहसासो को दफ़न कर रहा है
की लाज़मी था उनका इस तरह हमको छोड़ कर चले जाना
वो कहते थे बार बार हमारा मन भर रहा है Dksarkar जी
मेरे जज़्बात
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Am writer Singer at haryanvi industry Poem gajal song likhna muje. Bahut acha lgta h D