shabd-logo

अधुरापन

2 दिसम्बर 2021

12 बार देखा गया 12

अपने ज़ज्बातों को कागज़ पर उतारने का मन कर रहा है

की किस तरह कोई  मेरे अहसासो को दफ़न कर रहा है

की लाज़मी था उनका इस तरह हमको छोड़ कर चले जाना

वो कहते थे बार बार हमारा मन भर रहा है Dksarkar जी

मेरे जज़्बात

Dksarkar की अन्य किताबें

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए