shabd-logo

अल्हड़ चंचल लड़की

2 अगस्त 2023

10 बार देखा गया 10
 एक अल्हड़ सी
चंचल सी लड़की 
घूम रही हवा के झोंके सी
गांव में शहर में लेके साइकिल
कभी वह खेतों में करती काम
कभी वह दुहती दूध गाय का
नहीं देखा कभी उसे आराम करते हुए
पढ़ने जाती है वह स्कूल
वहां भी पढती मन लगाकर।
एक अल्हड़ सी चंचल सी लड़की
खेतों में काट रही है फसल
चला रही है ट्रैक्टर खेतों में
उगा रही है गेहूं, गन्ना ,चावल
नहीं थकती है वह करके इतना काम।
वहीं चंचल सी अल्हड़ सी लड़की
बन गई आज बहू किसी की
अब उसको घुंघट पहना दी है
उसके पैरों में बेड़ी लगा दी है।
अब उसको घर से निकलना नहीं है
बाहर अब चलना नहीं है
घुट घुट कर अब वह जी रही है
मुस्कुराकर वह सीख रही है
नए घर के नए रीति रिवाज
समझ नहीं पा रही है वह
जो कल तक सही था
आज वह गलत कैसी हो गया।
 उसका जीवन कहां खो गया
वह किसी को कैसे समझाए
वह दुनिया को कैसे बताएं।
वह अपनी जिंदगी जीना चाहती है
वह खुशियों के बीज बोना चाहती है
वह अपने सपनों को नई उड़ान देकर
गमों को खोना चाहती है।
पर कौन अब उसकी सुनेगा?
किससे कहे वह अपने मन की बात
किससे अपनी व्यथा सुनाएं
घुट घुट कर वह कैसे जी पाएगी
कौन सी खुशी किसको वह दे पाएगी।
                         (©ज्योति)




 Dr.Jyoti Maheshwari

Dr.Jyoti Maheshwari

यह गांव की जिंदगी का वह सच है जो कम उम्र लड़कियों की जिंदगी में घटता है। शादी के नाम पर उन्हें चूल्हे चौके व घर के काम ब बच्चों में लगा दिया जाता है।

2 अगस्त 2023

9
रचनाएँ
सपनों की उड़ान
0.0
मेरी ये किताब सपनों की उड़ान उन लड़कियों को समर्पित है जो अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर समाज में अपना नया मुकाम हासिल करती हैं और अपने सपनों को पूरा करती हैं। यह किताब उन लड़कियों की व्यथा भी है जो अपने सपने पूरा करना चाहती हैं लेकिन समाज की बंदिशों से घबराकर आत्मसमर्पण कर देती हैं। अपने सपने टूटने का उन्हें जिंदगी भर मलाल रहता है। आशा है मेरा यह कविताओं का संग्रह आपको अवश्य पसंद आएगा। और आप इसकी समालोचना करेंगे।
1

नई शुरुआत

28 मई 2023
3
1
2

चलो आज एक नई शुरुआत करते हैंअपनों से अपनी बात करते हैंशब्द कुछ अनकहे से जो रह गएआज हम फिर से उन्हें याद करते हैं।चलो आज एक नई शुरुआत करते हैंअब हम फिर से मुस्कुराएंगे बात बात परअब हम फिर से जीवन में ब

2

एक स्त्री की व्यथा

31 मई 2023
2
1
0

मत रोको मेरी उड़ान कोमत रोको मेरी पहचान कोजब भी कुछ नया करती हूंतुम्हारे विचार रौद देते हैंनहीं बर्दाश्त कर पाते वेएक स्त्री का आगे बढ़ना।तुम बार-बार देते हो ताने मुझेकभी मेरी शक्ल परकभी मेरी अक्ल परक

3

आकाश में उड़ती परियां

31 मई 2023
1
0
1

आकाश में उड़ती परियां हो तुमदूसरों की प्रेरणा हो तुमअपने सपनों को मेहनत के पंख लगाकर साकार करती तुमन जाने कितने पंखों को उड़ान दे गई हो।कितने विरोधों और संघर्ष के बीचतुमने बनाया है अपना नया आकाशय

4

मां की शान

7 जून 2023
1
1
3

मां बनकर मैंने जानामां की ममता कोना जाने कितनी रातें वहयूं ही गुजार देती है।अपने नींदों को खराब करकेबच्चों का ख्याल रखती है।मां बनकर मैंने जानाकितना त्याग समर्पण है मां मेंबच्चों के सामने अपना दुख दर्

5

अल्हड़ चंचल लड़की

2 अगस्त 2023
1
1
1

एक अल्हड़ सीचंचल सी लड़की घूम रही हवा के झोंके सीगांव में शहर में लेके साइकिलकभी वह खेतों में करती कामकभी वह दुहती दूध गाय कानहीं देखा कभी उसे आराम करते हुएपढ़ने जाती है वह स्कूलवहां भी पढत

6

मेरी कक्षा

12 अगस्त 2023
2
3
4

एक नटखट सी लड़कीकुछ शरारत भरी आंखेंकुछ मुस्कुराते चेहरेकुछ खिलखिलाते हंसतेलोटपोट होते बच्चेइन्हें में अक्सर अपनी कक्षा में देखा करती हूंयह भविष्य मेरे देश काऐसा सोचा करती हूं।हम बताएं हम बताएंकित

7

चंद्रयान पर सफल लैंडिंग

24 अगस्त 2023
3
2
2

आज चांद पर अपना चंद्रयान उतर गयाचांद के कुछ राजो पर से पर्दाअब उतरने वाला हैकुछ मिथक टूटेंगेकुछ नया सच होने वाला है।यह सब आसान कहां थाकितने ख्वाब टूटे हैकितनी आशाएं हमने पाली हैंकितनी मेहनत है उन वैज्

8

मातृभाषा हिंदी

14 सितम्बर 2023
3
2
3

हिंदी सिर्फ भाषा नहींतेरी मेरी पहचान है हिंदी वह फूल हैजिससे महका हिंदुस्तान है।हिंदी देवों की वाणी है हिंदी भारत की पहचान हैहिंदी विश्व का गौरवसबका आत्माभिमान है।हे मानव नादान!हिंदी को अपना

9

सर्द रात

3 जनवरी 2024
0
0
0

कुछ सर्द रातों में खुशियां ढूंढनेनव वर्ष मनाने गर्म कपड़ों से लदे हुएहोटल में इकट्ठे हुए कुछ लोगवे थिरक रहे थे डीजे की धुन परपर सड़क के दूसरी और कुछ लोगढूंढ रहे थे कुछ लकड़ियांठिठुर रहे थे सर्द हवाओं

---

किताब पढ़िए