shabd-logo

अपनी सरकार है

29 जनवरी 2015

168 बार देखा गया 168
घर वापसी के नाम पर घर जलाने की दुकान फिर खुल गई है अभी उनकी दुकान खूब चलगी कारण दिल्ली में उनकी अपनी सरकार है धर्म को बदनाम करने की दुकान फिर खुल गई है वोट के लिए भगवान को बेचने वाले सत्ता पर विराजमान है इस लिए इन दुकानो की चांदी है पर देश की तो बर्बादी है देश की चिंता वो भाषण में जताते है पर हकीकत में वो अगली विदेश यात्रा की प्लानिंग बनाते रहते है हे भगवन इनको बुद्धि देना देश का कल्याण हो ऐसी सुबुद्धि देना

मनोज जैन की अन्य किताबें

1

काला धन

28 जनवरी 2015
0
0
0

काला धन वापस लाना है .हम सब यह कहते है .पर हम लोग ही काला धन वाले लोगों के चाहने वालों में शामिल है.आईपीएल की टीम खरीदने वाले धनकुबेर की महिमा का भजन हम लोग ही गाते है.और मोटी चमड़ी वाले [नेता ] के जिंदाबाद के नारे लगाते है .और बलात्कारी साधुओं का जयकारा करते है .......जब तक हम सब दिल से काले लोगो

2

गीता का ज्ञान

28 जनवरी 2015
0
0
1

बेटा बेटी एक समान कहता है गीता का ज्ञान फिर भी बेटी को क्यू नहीं मिल रहा सम्मान हम मंगल पर चले गये.पर नारी के लिये हमारे विचार मंगल जितनी उंचाई वाले नहीं.हम घर मैं दुर्गा को पूजते है .पर अगर घर मैं बेटी रूपी दुर्गा पैदा हो जाये ...तो घर मैं मातम छा जाता है .हद तो तब होती है ,जब हिजड़े भी बेटी क

3

दर्द बहुत है सीने में

28 जनवरी 2015
0
0
0

दर्द बहुत है सीने में अब मजा है जीने में दर्द दिया है अपनो ने दर्द दिया है सपनो ने हर दर्द खास है हर दर्द दिल के पास है किस दर्द का जिकर करू किस का नहीं हर दर्द अपनों का दिया उपहार है इस लिये मुझे यह स्वीकार है सपनो का दर्द तो मैंने खुद पाला हैं इस लिए वो तो मेरी संतान है अपनो औ

4

अपनी सरकार है

29 जनवरी 2015
0
0
0

घर वापसी के नाम पर घर जलाने की दुकान फिर खुल गई है अभी उनकी दुकान खूब चलगी कारण दिल्ली में उनकी अपनी सरकार है धर्म को बदनाम करने की दुकान फिर खुल गई है वोट के लिए भगवान को बेचने वाले सत्ता पर विराजमान है इस लिए इन दुकानो की च

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए