12 अगस्त 2020
मैं एक आम आदमी ,मेरी औकात है बस इतनी सी; ठिठक जाते है पैर मेरे,देख सामने वी आई पी एंट्री;चक्के जाम हो जाते वाहन के मेरे, वी आई पी रोड पे;किसी सरकारी ऑफिस में ,झिझक जाता है वजूद मेरा;किसी मंदिर की वी आई पी लाइन से,हट जाता साया भी मेरा;मैं एक