shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

बढ़ती उम्र का इश्क

Ãviñaåsh Rãj

0 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
0 पाठक
निःशुल्क

छोड़ो ना❤️ ये सफेद बालों की फ़िक्र कोई तो होगा, जो तुम्हारी सिर्फ माथे की बिंदी पर मरता होगा. छोड़ो ना बढ़ते हुए वज़न की फ़िक्र। कोई तो होगा, जो सिर्फ तुम्हारे खूबसूरत दिल पे मरता होगा।। छोड़ो ना ये गालों पे आने वाली सिलवटों की फ़िक्र। कोई तो होगा, जो सिर्फ तुम्हारी प्यारी सी मुस्कान पे मरता होगा।। छोड़ो ना तुम वही करो, जिससे तुम्हारे दिल को खुशी मिले। क्योंकि कोई तो होगा, जो सिर्फ तुम्हारे खुश होने पे मरता होगा...!! 

badhati umr ka ishk

0.0(0)

पुस्तक के भाग

no articles);
अभी कोई भी लेख उपलब्ध नहीं है
---

किताब पढ़िए