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बहते आंसू 😭

Vijay Nayak

1 अध्याय
1 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
3 पाठक
5 मई 2022 को पूर्ण की गई
निःशुल्क

"रोका है अपने आंसुओं को, आज इन्हे बहने दूं क्या... ये कुछ कहना चाहते है आज इन्हे कहने दूं क्या..." आज मेरा यार हमारे बीच नहीं है उसी के लिए 😭😭😭  

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