परीक्षाओं के परिणाम आने के बाद विद्यार्थी एक विशेष अनुभव से गुजरते हैं। अगर परिणाम अनुकूल रहा तो प्रसन्नता होती है लेकिन अगर कहीं कमी रह गई तो ,उनका निराश होना स्वाभाविक है। ऐसी स्थिति में संतुलित रहते हुए एक नई आशा और आत्मविश्वास के साथ एक नई मंजिल की ओर कदम बढ़ाने के लिए शुरुआत करने की आवश्यकता होती है। तो हो जाइए तैयार ...एक नए लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाने के लिए....