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ज़िंदगी के इस सफर में,मुझे चलते ही जाना है।लाख आये मुश्किलें पर,आगे बढ़ते ही जाना है।सूरज की प्रचंड किरनों में,तप कर ज्वाला जैसा बनना है।चन्दा कि शीतल चांदनी बनकर,आसमान मे जगमगाना है।फूलों की महकती खुश्