मेरी रचनाओं का संकलन जिसमें गद्य, पद्य व चम्पू विभिन्न विधाओं की रचनाएं समाकलित होंगी, जहाँ व्यंग्य व दर्शन के मूल स्वरों के साथ विषय वैविध्यता पर्याप्त संभावनाएं होंगी; किन्तु परम सरल भाषापेक्षियों को नैराश्य मिले तो सखेद क्षमाप्रार्थी रहूंगा। कृपया इसके लिए सुझाव या निवेदन भी न करें मैं स्वयं प्रयासरत हूं भाषिक गिरावट के लिए😁🙏💐