6 मई 2022
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जिंदगी की जुस्तजू और मन में उठते भाव, कोई नजरअंदाज करे कोई सुने लेकर चाव, एक प्रसंग पढ़कर ही न विचार बनाइयें, पूरी पुस्तक पढ़कर खुद को तो दोहराइए, जो गुम न हुए खुद में ही तो हमे बताएं, सच कहे क्या इन भावो से आप खुद भी बच पाएं, यदि पसंद आये तो हौसला अफजाई कर, अगली पुस्तक पर भी प्रकाश डाले, हम सबकी जिंदगी कहानी किस्सों सी, जहां खुद ही ढूंढ रहे अंधेरो में उजाले....D
अति उत्तम. ब्लाग गृह-स्वामिनी पर हमारी भी कविताएं पढ़ कर कृपया अपने विचार दें.
4 अगस्त 2022
वास्तविकता का सुंदर वर्णन 👌👌👌
24 मई 2022
Bahut khub likha hai aapne
7 मई 2022
Bahut hi lajwab or marmik likha aapne
6 मई 2022