अच्छी भूमिका और अच्छे लक्ष्य।
यही तो हमारे जीवन का उद्देश्य।।
मुस्कराने की वजह जरूरी नहीं।
बात बात पर मुस्कुराना ठीक नहीं।।
मुलाकात की भूमिका भले ही न हो।
हमसे जरूरी नहीं कि मुलाकात ही हो।।
दिल में वही वही बसते हैं जिनका मन साफ हो।
मिलने के लिए जरूरी नहीं कि भूमिका ही हो।।
सुना है लोगों से की वक़्त भी बदलता है।
वक़्त ने बताया कि वक़्त भी यूं बदलता है।।
जिंदगी में सब दुबारा मिले ये मुमकिन नहीं।
शायद बुलंद तकदीर हमारी यूं मुमकिन नहीं।।
लफ्ज़ बखूबी इस्तेमाल कीजिए, भूमिका पर गौर भी।
वक़्त दुबारा वापस नहीं आता और लफ्ज़ बदलना भी।।
अच्छाई की भूमिका निभाते रहे इस जहां में।
लौट कर आता है वही जो दिया इस जहां में।।
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