भूमिका पश्चिमोन्मुखी विचारधारा के अंधानुकरण ने कई जनोपयोगी, उपचार वि़द्यओं को अहत ही नही किया बल्की उनके अस्तित्व को भी खतरे में डाल रखा है । आज की मुख्यधारा से जुडी ऐलोपैथिक चिकित्सा जहॉ एक
भूमिका सोशल मीडिया को जितना कोसा जाता है, उतना सराहा भी जाता है। निश्चय ही फेसबुक और वाट्सएप ने लेखक जगत के परिचय क्षेत्र को जितना विस्तार दिया है, उतना पुस्तकें और कवि सम्मेलन नहीं दे सकते थे। आज हर