मेरी दिलरुबा
दिनांक- 20/8/2022
दिन-शनिवार
याद आ रही है तेरी याद आ रही है
याद आने से तेरे जाने से🎶🎶🎶🎶
🙇📚मेरी दोस्त तुम चाय पियोगी या कॉफी अरे-अरे दिलरुबा तुम जो भी प्यार से पिला दो,,, वैसे डायरी लिखते वक़्त मैं कॉफी ही पीती हूं,,,, लो फिर कॉफी पीते हैं और तुम शुरू हो जाओ लिखने पर,,,,, वह तो ठीक है पर यह गाना किसकी याद में,,,,,,अरे दिलरुबा तुम अगर साथ देने का वादा करो मैं यूंही मस्त नग़मे सुनाती रहूं,,,,😃😃😃
😊ठीक है,,,,, बता रहीं हूं,,,आज चाय पीते पीते एक रोचक घटना याद आ गई,,, बरेली से आने वाली एक मैडम को हमारे यहां 2:00 बजे तक पहुंच जाना था जब वह नहीं पहुंची तो मैंने उन्हें फोन किया उन्होंने बताया शैली और शैरी को बहुत उल्टियां हो रहीं है,,,,,, जिसकी वजह से बीच-बीच में गाड़ी रोकनी पड़ रही है दोनों को बहुत कमज़ोरी हो गई है,,,,,, तबीयत ज़्यादा ख़राब है,,,,,!
☹️🤕इसलिए बीच-बीच में रुकना पड़ रहा है,, अभी डॉक्टर को दिखाया है,,, हम लोग रात तक पहुंच पाएंगे मैंने कहा कोई फिक्र की बात नहीं मैडम आप उन लोगों का ख़्याल रखिए
😓😓रात नौ बजे,, के आसपास वह आईं मैंने उनको ड्राइंग रूम में बैठाते हुए कहा अब कैसी तबीयत है उन दोनों की कहने लगीं कमज़ोरी बहुत है,,,, मैंने कहा ऊपर के कमरे में उनका इंतज़ाम कर दिया है,,,!
वह कहने लगीं,,, कि नहीं नहीं वह वहीं ठीक है,,,,, मैंने कहा नहीं ऐसा कैसे हो सकता है चलिए मैं उनको लेकर आती हूं,,,,,,चाय या कॉफी जो भी पीना चाहतीं हैं मैं रूम में भिजवा दूंगी,,,, मैडम,,, उन्होंने अभी आइसक्रीम खाई है,,,, मैडम का जवाब सुने बगै़र मैं गाड़ी की तरफ़ चल पड़ी
😓😓पीछे पीछे मैडम इससे पहले कि मैडम कुछ बोलतीं मैंने जैसे ही खिड़की से झांककर तबीयत पूछने की कोशिश की वैसे ही वह दोनों मेरे ऊपर झपटीं,,,,,भौं-भौं की आवाज़ से मेरा दिल दहल गया,,,,,,एक चीख़ के साथ मैं पीछे हटी,,,, अचानक कुत्तों की आवाज़ से मैं पसीना पसीना हो गई,,,।
🙃🙃मेरे अचानक ज़ोर से चिल्लाने की वजह से स्टाफ के काफी लोग बाहर आ गए मैडम भी घबरा गईं,, कहने लगीं मैंने कहा था ना वह दोनों गाड़ी में ही ठीक हैं आपने सुना ही नहीं,,, और मैं फटी आंखों से उनको देखती रही,,,,, मैंने घिघियाते हुए कहा,,,,मैंम मुझे पता नहीं था आप कुत्तों की बात कर रही हैं,,,,,।
🤕🤔यह बात मैडम को बिल्कुल अच्छी नहीं लगी वह उन कुत्तों को बहुत प्यार करती थीं और उन्होंने मुझे स्टाफ में बद्तमीज़ बताते हुए कहा,,,,,,।
आपने मेरी शैली और शैरी को कुत्ता कहा यह मेरे बच्चो जैसी हैं,,,,,,अरे अचानक में मैं और क्या कहती,,,,,,
वह मुझसे नाराज़ रहती हैं और मैं ख़ुद पर शर्मिंदा,,,, किससे कहां ग़ल्ती हुई,,, नहीं समझ पाई,,,
आज के लिए बस इतना ही,,,
Tips of the day
🙇📚अगर सब्ज़ी की ग्रेवी में नमक तेज हो जाए तो उसमें आटे की गोलियां बनाकर डाल दें और गर्म करें नमक ठीक हो जाएगा बाद में गोलियों को निकाल दें,,,,,,😊
आप की दोस्त खा़तून,, ✍️
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