shabd-logo

जन्माष्टमी (दिलरुबा डायरी अगस्त)

19 अगस्त 2022

185 बार देखा गया 185

दिलरुबा

दिनांक 19/8/22

दिन-शुक्रवार

प्यारे साथियों मेरी और दिलरुबा की तरफ़ से जन्माष्टमी की आपको ढेरों शुभकामनाएं और बधाइयां,,,,।

प्यारी दिलरुबा आज जन्माष्टमी है,, श्री कृष्ण जी से जुड़े हजारों प्रेरक प्रसंग मेरे जहुन में आ रहे हैं,,, इतना भी लिखा जाए उनके विषय में उतना ही कम है पर यहां मैं कुछ उन प्रसंगों की बात करूंगी जो मुझे बचपन से बहुत प्रभावित करते आए हैं,,,।

बचपन से ही श्री कृष्ण के बाल स्वरूप को मैं पढ़ती आई हूं बांसुरी मोर मुकुट और माखन की मटकी के बिना उनका स्वरूप अधूरा है,,।

माखन के तो वह इतने दीवाने थे हर घर जाकर चोरी से माखन की मटकियां खाली कर दिया करते थे,,, ऊपर माखन लगा होता था और फिर भी कहां करते थे,,,।

मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो,,,।

उनकी बांसुरी मोर पंख वैजयंती माला पांचजन्य चक्र सुदर्शन आदि सामान्य जीवन के अंग है जो हमें विपरीत परिस्थितियों का मुक़ाबला करने का साहस देते हैं,,।

अष्टमी को लेकर मैं अपने बचपन की कुछ यादें आज दिलरुबा तुम्हारे और अपने साथियों के साथ शेयर करना चाहती हूं,,,।

बात कक्षा आठ की है,,,, मेरी तीन दोस्त थीं निशी सुमन और गीता,,,, मैं हर साल जन्माष्टमी मे उनके साथ ही हुआ करती थी,,,।

यहां यह बताना ज़रूरी है कि बचपन से ही मुझे सिलाई और क्राफ्ट का बहुत शौक़ था,,,, मैं अपनी गुड़िया के लिए तरहां तरहां के कपड़े सिला करती थी,,, ।

जब मैं जन्माष्टमी से पहले,,अपनी दोस्त निशी के घर गई तो वह लोग जन्माष्टमी की तैयारी कर रहे थे,,, कृष्ण जी के कैसे कपड़े होंगे,,,,,,, झांकी किस तरहं तैयार की जाएगी,, कपड़े बाजार से मंगाने पर  विचार-विमर्श चल रहा था,,, ।

यह सब देख कर मुझे बड़ा अच्छा लगा और मैंने निशि से कहा अरे इस चीज़ के लिए किसी को बुलाने की ज़रूरत नहीं,,, ।

यह सब चीज़ें तो मैं बहुत अच्छे से कर दूंगी मुझे बहुत शौक़ है,,,,, मैं अपनी गुड़िया को बहुत अच्छे अच्छे कपड़े

सिलकर पहनाती थी ।

मुझे बहुत ख़ुशी होगी अगर मैं कृष्ण जी की ड्रेस भी बनाऊं तो,,,,,,, इस तरहां के काम करने का मुझे बहुत शौक़ है,,, यह जानकर कि मैं कृष्ण जी के लिए कपड़े बनाऊंगी सब लोग खुश हो गए,,।

मेरा घर भी पास में ही था,,,, बहन की शादी तभी तभी हुई थी,,,, कुछ रेशमीन कपड़ों के टुकड़े गोटा और बहुत सी सजावट की चीज़ें घर में रखी थीं हम दोनों जाकर उन्हें घर से ले आए,,, ।

और मैंने बहुत सुंदर कृष्ण जी की ड्रेस तैयार की,,, और जितने भी छोटे-छोटे कपड़े सिलने थे सब हाथ से सिल दिए ,,,,,,।

और बहुत सुंदर झांकी हम  ने मिलकर बनाई जिसे देखकर सब लोग बहुत खुश हुए फिर क्या था सुमन मुझे अपने घर खींच कर ले गई,,, और उसके यहां भी हम ने मिलकर झांकी और कपड़े तैयार किए,,, कृष्ण जी को सजाया ,,,, ।

फिर दीपा के पापा मेरे घर कहने  के लिए गए आपकी बेटी हमारे घर है कृष्ण जी के कपड़े सिल कर उन्हें सजा रही है,,, ।

मेरे परिवार को कोई आपत्ति नहीं थी,,, तब से लगातार हर जन्माष्टमी पर मैं अपने दोस्तों के घर जाया करती थी,,, सारे त्यौहार हम सब लोग मिलजुल कर ही मनाया करते थे,,, ।

और ईद के दिन लक्ष्मण चाचा और अशोक चाचा सबसे पहले आकर मुझे ही ईदी के रुपए  दिया करते थे,,, पर आज यह बहुत कम देखने को मिलता है,, ।

कितना प्रेम,,,,  और कितना सौहार्द्य था उस समय लोगों के दिल में,,, सब के त्यौहार सांझा हुआ करते थे पर आज जब भी मैं इस बात को याद करती हूं,,,, मन में कहीं से एक आवाज़ आती है काश कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन,,,,।

हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की

एक बार फिर सभी लोगों को जन्माष्टमी की ढेरों शुभकामनाएं और बधाइयां,,,।

सय्यदा खा़तून ✍️

---------------🌹🌹🌹-------

काव्या सोनी

काव्या सोनी

वाह बहुत ही badhiya किस्से बचपन बहुत प्यारा लिखा बहुत accha lga padhkar मिलजुल कृ मनाएं wahi sahi मायने मे त्यौहार है 🥰🥰🥰🥰

20 अगस्त 2022

sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

25 अगस्त 2022

बहुत शुक्रिया काव्या 🌹

Kafil Ur Rehman

Kafil Ur Rehman

Very nice 👌🏻 👍 👏

20 अगस्त 2022

Pradeep Tripathi

Pradeep Tripathi

सामाजिक समरसता लिए हुए बहुत ही सुंदर लेख।

19 अगस्त 2022

sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

19 अगस्त 2022

बहुत-बहुत शुक्रिया प्रदीप जी

19
रचनाएँ
दिलरुबा डायरी अगस्त
5.0
मेरी डायरी का नाम है दिलरुबा,,, मेरे व्यक्तित्व का आईना है मेरी डायरी,, आप इसमें प्रतिदिन मेरे आस-पास घटित होने वाली छोटी बड़ी बातों से रूबरू होंगे साथ ही अपने सुख-दुख के पल को मैं आपके साथ साझा करती रहूंगी,, और रोजाना एक कुकिंग टिप्स भी आपके साथ शेयर करूंगी,,,, मेरी कोशिश होगी के कुछ दिलचस्प बातें डायरी के माध्यम से आपके साथ साझा करूं,,, इसे पढ़कर आपको एहसास होगा, बड़ी ही दिलचस्प है मेरी दिलरुबा,,,,,,, सय्यदा खा़तून ✍️
1

एक पत्र आपके नाम

11 अगस्त 2022
13
3
5

दिलरुबा-डायरी 11/8/2022 दिन - गुरुवार कवि की इन पंक्तियों द्वारा मैं आपसे कहना चाहती हूं,,, आओ बनाएं पुल कोई अपने ही आसपास अरसा हुआ है हमको आप से कटे हुए,,,। प्यारे फॉलोअर्स साथियों दोस्तों,,, आप सब

2

दिलरुबा (डायरी अगस्त)

12 अगस्त 2022
4
4
2

12/8/2022 दिन-शुक्रवार मैं चुप रहूंगी 📚📚प्यारी दिलरुबा कभी-कभी किसी से भी बोलने को मन नहीं करता,, दिल चाहता है कि ढेर सारी बातें अपने आप से ही कर डालूं,,,,,,,,,, तुम्हारे साथ क्यों नहीं अगर तुम्हारे

3

सशक्त महिला (दिलरुबा डायरी अगस्त )

13 अगस्त 2022
30
2
4

दिनांक-13/12/2022 दिन -शनिवार देखा एक ख़्वाब तो ये सिलसिले हुए, दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए,,,, 🙇📚दिलरुबा,, ऐसा क्या के आज सुबह-सुबह गाना शुरू हो गया है आपका,,, क्या बताऊं दिलरुबा रात बहुत दे

4

दिलरुबा डायरी अगस्त,,हर घर तिरंगा

14 अगस्त 2022
4
5
2

दिलरुबा डायरी,,हर घर तिरंगा 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 दिनांक -14/8/2022 दिन -रविवार विजई विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा, शान न इसकी जाने पाए, चाहे जान भले ही जाए,,,,, हां दिलरुबा मुझ

5

दिलरुबा डायरी अगस्त,,,🇮🇳🇮🇳 स्वतंत्रता दिवस 🇮🇳🇮🇳

15 अगस्त 2022
4
4
2

स्वतन्त्रता दिवस 15/8/2022 दिन-सोमवार आज़ाद है हम आज़ाद वतन अपना तन-मन इसको अर्पण , आज़ाद हैं हम आज़ाद वतन दिलरुबा आज 15 अगस्त है और यह दिन हर भारतवासी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है आज के ही दिन

6

बलात्कार,, दिलरुबा डायरी अगस्त

16 अगस्त 2022
2
3
2

दिनांक-16/8/2022 दिन-मंगलवार प्यारे साथियों और मेंरी दिलरुबा,,, कैसे हैं आप लोग,,। मैं यह चाहती हूं के हम एक दूसरे का हाथ थाम कर शब्द.इन पर अपने शब्दों द्वारा,,,,,,,,इसी तरहं उन्नति के पथ पर अग्रसर

7

ऐतिहासिक पल( डायरी अगस्त)

18 अगस्त 2022
1
1
1

प्यारी दिलरुबा दिनांक-18/8/22 दिन-बृहस्पतिवार जिसका मुझे,,था इंतज़ार,,, जिसके लिए,,, दिल था बेक़रार,,, वो घड़ी आ गई....आ गई... आ गई... 🙇📚अरे सुनो ना दिलरुबा जल्दी आ जाओ,,, आज हम दोनों मिलकर अपने प

8

ऐतिहासिक पल( डायरी अगस्त)

18 अगस्त 2022
2
1
0

प्यारी दिलरुबा दिनांक-18/8/22 दिन-बृहस्पतिवार जिसका मुझे,,था इंतज़ार,,, जिसके लिए,,, दिल था बेक़रार,,, वो घड़ी आ गई....आ गई... आ गई... 🙇📚अरे सुनो ना दिलरुबा जल्दी आ जाओ,,, आज हम दोनों मिलकर अपने प

9

जन्माष्टमी (दिलरुबा डायरी अगस्त)

19 अगस्त 2022
73
38
5

दिलरुबा दिनांक 19/8/22 दिन-शुक्रवार प्यारे साथियों मेरी और दिलरुबा की तरफ़ से जन्माष्टमी की आपको ढेरों शुभकामनाएं और बधाइयां,,,,। प्यारी दिलरुबा आज जन्माष्टमी है,, श्री कृष्ण जी से जुड़े हजारों प्रेरक

10

चाय या कॉफी (डायरी अगस्त)

20 अगस्त 2022
4
4
1

मेरी दिलरुबा दिनांक- 20/8/2022 दिन-शनिवार याद आ रही है तेरी याद आ रही है याद आने से तेरे जाने से🎶🎶🎶🎶 🙇📚मेरी दोस्त तुम चाय पियोगी या कॉफी अरे-अरे दिलरुबा तुम जो भी प्यार से पिला दो,,, वैसे डाय

11

आधुनिक भारत (दिलरुबा डायरी)

21 अगस्त 2022
2
3
1

प्यारी दिलरुबा दिनांक-21/8/22 दिन-रविवार प्यारी दिलरूबा कैसी हो तुम,,,, अरे मैं भूल जाती हूं तुम जवाब कहां दोगी,,, जो कुछ बताना होता है वह तो मुझे ही बताना होता है अपनी दिलरुबा को,,,,। तो सुनो

12

दिलरुबा (डायरी अगस्त)

22 अगस्त 2022
2
3
2

दिनांक-22/8/22 दिन-सोमवार 🙇📚मेरी प्यारी दिलरुबा मैं तुझी से पूछती हूं मुझे तुझसे प्यार क्यों है कभी दग़ा ना दोगी मुझे एतबार क्यों है मैं तुझी से पूछती हूं,,,,,, हां दिलरुबा तुम्हारे बग़ैर मैं अपने आ

13

मुझे इश्क़ है तुझी से,,,,दिलरुबा डायरी अगस्त

23 अगस्त 2022
1
2
0

मुझे इश्क़ है तुझी से मेरी जान ज़िंदगानी तेरे पास मेरा दिल है मेरे प्यार की निशानी, मेरी ज़िन्दगी में तू है मेरे पास क्या कमी है जिसे ग़म नहीं ख़िजां का वो बाहर तूने दी है, ना मुझे ग़मे मुकद्दर ना मु

14

युवा पीढ़ी और मानसिक रोग,, दिलरुबा डायरी

24 अगस्त 2022
1
2
1

प्यारी दिलरुबा 24/8/2022 दिन-बुधवार समय:-रात-9 :00 🙇📚प्यारी दिलरुबा,,, हमारी युवा पीढ़ी मानसिक रोग से ग्रस्त होती जा रही है यह देख कर मुझे बड़ा दुख होता है सोचा क्यों ना तुम्हारे साथ शेयर करुं,,, �

15

दुल्हन,,दिलरुबा डायरी अगस्त

25 अगस्त 2022
2
3
1

दिनांक-25/8/22   डोली चढ़ के दुल्हन ससुराल चली   डोली चढ़कर आगे एक नई जिंदगी है         तो पीछे गुज़रा हुआ एक             🌹 ज़माना भी है🌹 दिलरुबा: क्या आज आप डायरी में किसी दुल्हन के विषय

16

जल संरक्षण

26 अगस्त 2022
4
2
1

दिलरुबा दिनांक-26/8/22 समय -रात्री।                                 प्यारी दिलरुबा आज मैं एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर तुम्हारा ध्यान आकर्षित करने जा रही हूं,,,,,,, प्लीज मेरी बातों को मज़ाक में म

17

टूटे रिश्ते,छूटते रिश्ते

28 अगस्त 2022
2
2
1

28 /8/2022 दिन रविवार समय-़ रात 7:30 🙇📚आओ दिलरुबा हम अपने दोस्तों से क्या बातें करते हैं तुम भी सुन लो,,, और कुछ अच्छा लगे तो अपनी राय ज़रूर दो,,,। मेरी डायरी पढ़ने वाले सभी दोस्तों को बहुत-बहुत

18

कुछ दिल की,, (दिलरुबा डायरी )

29 अगस्त 2022
3
4
1

29/8/2022 दिन/सोमवार 🙇📚हां दिलरुबा,,, आज फिर आ गई हूं अपने दिल की बातें शेयर करने,,,,, पार्टी में से तो मैं शाम ही आ गई थी बहुत से लोग आए हुए थे बहुत सी बातें भी हुई,,,, पर मुझे न जाने क्यों अच्छा

19

लिखे जो ख़त तुझे

30 अगस्त 2022
3
1
2

30/8/2022 दिन-मंगलवार "कैसी हो दिलरुबा...,, मैं तो ठीक हूं,,,पर आप इस वक्त,,,! हां,,,,दिलरुबा तुम तो जानती ही हो हमें ख़त लिखने का कितना शौक़ है,,, आदाब व नमस्कार  दोस्तों,, जैसा के अभी दिलरुबा को ब

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए