संगीत ही जीवन है इसलिए जीवन के उतार-चढ़ाव में भी संगीत ही सुनता हूँ...
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स्वरांजलि
किसी रोज़ बारिश जो आए समझ लेना बूँदों में मैं हूँ सुबह धूप तुमको सताए, समझ लेना किरणों में मैं हूँ, कुछ कहूं या न कहूं तुम मुझको सदा सुनते रहना, बस इतना है तुमसे कहना...
तुम जो मिले...भरत-सौरभ का गीत-संगीत ऐसा गाना...जिससे आपको भी प्यार हो जाए !
खुपड़िया पे बाल कितने ? अभी लेओ मालिक, २५ से २९ फरवरी तक सब आपके सामने आ जाएंगे...होली कब है ?