हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण पर्वों में से एक भाई दूज है। भाई का अर्थ है भाई और दूज का अर्थ है अमावस्या के बाद का दूसरा दिन। इस दिन लोग अपने भाई-बहनों के साथ जश्न मनाते हैं। वे एक-दूसरे को उपहार देते हैं।
होती थी यह वर्षों पहले जब दिवाली में जलते थे दिये पर अब चाहे हो जैसे दिवाली में जलते हैं पैसे छोड़ते हैं बम-पटाखे और छोड़ते हैं रॉकेट फैलाते है प्रदुषण बढ़ाते हैं बीमारी चाहे हो जैसे पर दिवाल
बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक छोटा सा बच्चा था जिसका नाम राजू था। राजू बहुत ही उत्साही था और वह दीपावली के त्योहार को बहुत ही धूमधाम से मनाना चाहता था। राजू ने अपने छोटे से ग
धनतेरस: धन की बौछार से रौंगत भरा त्योहार। धनतेरस, हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार भारत में धन और समृद्धि की प्राप्ति का प्रतीक है,
दिवाली के दिन धन की स्वामिनी समुद्र मंथन के दौरान क्षीर सागर से प्रकट हुई थीं इसलिए लोग इस विशेष दिन पर उनकी पूजा करके धन-संपत्ति का सौभाग्य प्राप्त करते हैं। अगर आप मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं
दिवाली के मौके पर घर को डेकोरेट या रेनोवेट करने की सोच रहे हैं लेकिन बजट है टाइट तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे आइडियाज के बारे में जिनकी मदद से आप बिना ज्यादा पैसे खर्च किए कर सकते हैं घर का मेकोवर। इन टिप
दिवाली में घर सजाना इस फेस्टिवल की तैयारियों में सबसे ज्यादा जरूरी काम है लेकिन कई बार ऑफिस और दूसरी भागदौड़ के चलते उस तरह सजावट नहीं हो पाती जैसी चाहिए होती है तो आज हम आपको ऐसे कुछ आइडियाज बताने वा
देशभर में 12 नवंबर को दिवाली मनाई जाएगी। खुशियों के इस त्योहार पर एक खास परंपरा जो काफी समय से फॉलो की जा रही है वो है रंगोली बनाने की। रंगों फूलों वाली रंगोली से लोग घरों को सजाते हैं। अगर आप भी इस ब
दिवाली से एक दिन पहले मनाई जाने वाली नरक चतुर्दशी या नरक चौदस का भी हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। इसे रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन एक खास परंपरा को सालों से फॉलो किया जा रहा है वो है उबट
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को काली चौदस मनाई जाती है। इस तिथि पर मां काली की पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसा करने से साधक को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है। साथ ही इस दिन छो
दीपावली की जमगमाहट में आपको भी दिखना है खूबसूरत और पटाखा तो इसके लिए ये तो बिल्कुल जरूरी नहीं कि आप महंगी शॉपिंग ही करें। थोड़ा सा अलग सोचकर और एक्सपेरिमेंट करके भी आप पुराने आउटफिट को बना सकती हैं नए
शास्त्रों में निहित है कि कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वन्तरि हाथों में कलश लेकर प्रकट हुए थे। अतः इस तिथि पर धनतेरस मनाया जाता है। इस वर्ष 10 नवंबर को धनत
ज्ञान-प्रकाश के अनावरण का नाम ही दीपावली है जिसमें संसार में जड़ और चैतन्य के मिथ्या भेद को जानकर साधक को अपने अंदर ज्ञान का दीपक प्रज्वलित करना है। इसके पश्चात ही वह परम तत्व का साक्षात्कार कर आंतरिक
दीप जलते रहें अनवरत-अनवरत आओ सौगंध लें, आओ लें आज व्रत । दीप ऐसे जलें, न अन्धेरा रहे शाम हो न कभी, बस सवेरा रहे, रौशनी की कड़ी से कड़ी सब जुड़ें रौशनी प्यार की बिखरी हो हर तरफ । दीप ज
दिवाली का त्योहार हर्षोल्लास से भरा होता है। इस दिन हम सभी मिलकर दीए जलाते हैं मिठाई खाते हैं और खूब सारी मस्ती करते हैं। लेकिन अगर दीपों के इस त्योहार पर कुछ सावधानियां न बरती जाए तो यह आपके जीवन को
दिवाली की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। घर सफाई सजावट से लेकर कपड़े जूलरी पूजा-पाठ से जुड़ी कई चीज़ों की खरीददारी इस फेस्टिवल में की जाती है तो अगर आप इन सारी चीज़ों की एक ही जगह से शॉपिंग हो जाए इसके ल