भय प्रगट कृपाला दीन दयाला डॉ शोभा भारद्वाज ब्रम्हा के पुत्र महर्षि पुलस्त्य कुल में जन्मा रावण ऋषि विश्वश्रवा एवं उनकी दूसरी पत्नी कैकसी की सन्तान था यह तीन भाई रावण कुम्भकर्ण , विभीषण बहन का नाम स्रूपनखा था चारो ने वन में जाकर कठोर तप किया रावण ने अग्नि कुंड में अपने हाथ से सिर काट कर आहुति दे द