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हमे महफिलों में

26 अक्टूबर 2021

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हमे महफिलों में जाने की
जरूरत नहीं पड़ती है।

क्यू कि हम जहा बैठते हैं
वहीं महफ़िल सज जाती है।

नशे के लिए हमे शराब की 
जरूरत नहीं पड़ती है।

क्यू कि हमारी शायरी से ही
सारी महफ़िल नशे में डूब जाती है।

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