हमारे देश में इस समय चुनाव का माहौल गरम नेता जी भी गरम हैं नेता जी भट्ठी जितना गर्म होकर पिघल रहें अौर रूप बदल रहे हैं जैसे गर्म होने पर लोहा बदलता है चमचा लोग तो भट्ठी जलाने का काम रहें हैं कोयला का पैंसा तो पार्टी दे रही है नेता जी तो केवल तप रहे हैं जनता भी भट्ठी किनारे बैठी है हो क्यों न पिछले
जबरदस्त जोक्स है जरूर पढ़ें,,एक अमेरिका का वैज्ञानिक भारत घूमने आया.उसने यहांएक समोसा खाया.स्वादिष्ट लगा।.खाने के बाद वो एक समौसा अमेरिका लेकर गया और वहांजाकर अपने बॉस को दिखाकर बोला.सर ये समोसा है ,उपर से तो मैदा का बना है पर अंदर आलू कैसे भरा पतानहीं?...उसकी बकवास सुनने के बाद बॉसने उसे जमाकरएक चा
अपुन के यहाँ भाई लोग कुछ इस तरह से पर्यावरण दिवस मनाते हैं,पहले सौ पेड़ काटते हैं और उस पर दस पेड़ लगाते हैं. और हर दस पेड़ों में सोचिए तो ज़रा कितने बच पाते हैं ? जब-जब अपने देश में, पर्यावरण दिवस सम्पन्न होता है, और उसी दिन से पर्यावरण और ज्यादा विपन्न होता है। परसोंं एक पर्यावरण प्रेमी मिल गए।
ग्राहक- दुकान पर जाकर दुकानदार से - एक किलो गुड़ देनादुकानदार- गुड़ देने को - वो डिब्बा खोला जिस पर नमक लिखा था ग्राहक- गुड़ की जगह नमक दे रहे हो मुझे लूटोगे क्या ?दुकानदार- चुपकर-चुपकर मक्खियों को धोखा देने के लिए ऐसे लिखा है
कक्षा दसवीं की परीक्षा में प्रश्न पूछा गया -"माल्यार्पण करना " का अर्थ बताओ?होनहार छात्र ने लिखा -सरकारी बैंकों द्वारा गरीब जनता की गाढ़ी कमाई #माल्या को अर्पण करना
जोक : 1जाते जाते विजय माल्या कह गया कि हम रहे या ना रहेआपलोग पीते रहना किंगफिशर...जोक: 2एक समय विजय को ग्यारह मुल्कों की पुलिस ढूंढ रही थी और आज एक विजय को ग्यारह बैंकों के चेयरमैन ढूंढ रहे हैं।जोक: 3महेश भट्ट की बेटी आलिया भट्ट और विजय मालिया का बेटा सिद्धार्थ माल्यादोनों शादी करते हैं तोआलिया भट्
#ट्रैन में kanpur ki एक महिला अपने छोटे बच्चे की लंगोटी बदल रही थी दूसरी महिला ने उससे पूछा - "Huggies है क्या? जवाब मिला - " नहीं....मूतिस है।"
जब आपके पास कोई काम नहीं होता, तो आप क्या करते हैं? जाहिर सी बात है फालतू बैठे रहते होंगे। अक्सर काम में व्यस्त रहने वाले लोग खाली या फालतू रहने वाले लोगों पर ताना भी मारते हैं। ऐसे लोगों को ताना मारने दें, क्योंकि फालतू पड़े रहने का भी अपना मजा है, लुत्फ है, जो किसी अन्य कार्य को करके नहीं महसूस कि
अपने बच्चे ....विदेश की सेवा के लिए।********************बेटा एडिलेड में,बेटी है न्यूयार्क।ब्राईट बच्चों के लिए,हुआ बुढ़ापा डार्क।बेटा डालर में बंधा, सात समन्दर पार।चिता जलाने बाप की, गए पडौसी चार।ऑन लाईन पर हो गए, सारे लाड़ दुलार।दुनियां छोटी हो गई,रिश्ते हैं बीमार।बूढ़ा-बूढ़ी आँख में,भरते खारा नीर।हरिद
एक महिला ने बताई अपनी आपबीती।एक मीटिंग के बाद मैं होटल से बाहर आई। मैंने अपनी कार की चाबियाँ तलाशीं लेकिन मेरे पास नहीं थीं। वापस मीटिंग रूम में जाकर देखा, वहाँ भी नहीं थीं।अचानक मुझे लगा कि, चाबियाँ शायद मैं कार के इग्नीशन में ही लगी छोड़ आई थी। मेरे पति बहुत बार मेरी इस आदत के लिए मुझे डाँट चुके थे
प्रसंग मंचन के दौरान /बा बू हर दयाल वास्तव हास्य नाट्य समारोह में बुधवार को ‘मसाज’ नाटक में अकेले ही कई चरित्र निभा रहे चर्चित अभिनेता राकेश बेदी हॉल में मोबाइल बजने व कैमरों के फ्लैश चमकने से इतने खिन्न हुए कि उन्हें अभिनय रोक कर दर्शकों को नाटक देखने की तमीज सिखानी पड़ी। एक अभिनेता के लिए किसी चरि
टीचर: सच ओर वहम में क्या फ़र्क़ है ?स्टूडेंट: आप जो हमें पढ़ा रही हैं वो सच है, लेकिन हम सब पढ़ रहे हैं ये आपका वहम है…….लड़की –बादल गरजे तोतेरी याद आती हैसावन आने सेतेरी याद आती हैबारिश की बुंदों मेंतेरी याद आती हैलड़का-पता है पता है तेरी छतरी मेरे पास पड़ी है लौटा दुंगा, मर मत….बंटू को सड़क पे 100
ओ घोड़ी पर बैठे दूल्हे क्या हँसता है!!देख सामने तेरा आगत मुँह लटकाए खड़ा हुआ है .अब हँसता है फिर रोयेगा ,शहनाई के स्वर में जब बच्चे चीखेंगे.चिंताओं का मुकुट शीश पर धरा रहेगा.खर्चों की घोडियाँ कहेंगी आ अब चढ़ ले.तब तुझको यह पता लगेगा,उस मंगनी का क्या मतलब था,उस शादी का क्या सुयोग था.अरे उतावले!!किसी
एक लड़के की माँ को पता चल गया की उसका बेटा बार डांस में गया था...माँ ने पहले तो लड़के को खूब डांटा और फिर बोली - अच्छा ये बताओ.....तुमने वहां पर कोई ऐसी चीज तो नहीं देखी जोतुम्हे नहीं देखनी चाहिए थी "लड़का - " हाँ देखी,वहाँ😄 पिताजी भी बैठे हुए थे "
[6/10 06:51] dinesh chaudhary: मेरा वजूद नहीं किसी तलवार और तख़्त ओ ताज का मोहताज में अपने हुनर और होंठो की हंसी से लोगो के दिल पे राज करता हैं..[6/10 06:51] dinesh chaudhary: बुरे हैं ह़म तभी तो ज़ी रहे हैं.. अच्छे होते तो द़ुनिया ज़ीने नही देती.[6/10 06:52] dinesh chaudhary: मेरी हिम्मत को परखने
ससुर: तुम दारू पियत हो, कबहूं बताए नाहीं!दामाद: तोहार लड़की खून पियत है, तुम बताए का?
पंडित जी, मेरी शादी को पांच साल हो गए, पर एक भी बच्चा नहीं हुआ है।पंडित: मैं बद्रीनाथ में तुम्हारे नाम का दीया जलाऊंगा, जिससे तुम्हारी मनोकामना पूरी होगी।10 साल बाद, पंडित उसके घर गया। घर में 10 बच्चे थे।पंडित: मुबारक हो, बच्चों के पापा कहां हैं?पत्नी: बद्रीनाथ गए हैं, दीया बुझाने।
पंडित जी, मेरी शादी को पांच साल हो गए, पर एक भी बच्चा नहीं हुआ है।पंडित: मैं बद्रीनाथ में तुम्हारे नाम का दीया जलाऊंगा, जिससे तुम्हारी मनोकामना पूरी होगी।10 साल बाद, पंडित उसके घर गया। घर में 10 बच्चे थे।पंडित: मुबारक हो, बच्चों के पापा कहां हैं?पत्नी: बद्रीनाथ गए हैं, दीया बुझाने।