आज अखंड सौभाग्य का वरदान प्राप्त करने के लिए सुहागिन महिलाएं हरतालिका तीज व्रत रख रही हैं। सुहागिन महिलाओं के लिए हरतालिका तीज के त्योहार का विशेष महत्व है। इस तीज में महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं। तीज की शाम के समय महिलाएं श्रृंगार करते हुए भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय की पूजा करती हैं। हरतालिका तीज व्रत रखने और पूजा करने से सौभाग्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
हर तरफ खुशियों की पुरवा छाई, हर सुहागिन सज धज कर आई। आया हरितालिका तीज त्यौहार, करती हर सुहागिन दुआ सलामत रहे उसका प्यार। बागों में सखियों संग झूल रही झूले,प्रीत का रंग हर चेहरे पर खिले। गौरी शंकर से मांगे सजना का साथ, पैरों में सजे महावार बिछियां सदा हो वास।मेंहदी रचे हाथों में ,बिंदिया सजी रहे भाल। श्रृंगार लाल सारी उम्र न छूटे,
मिले साजन का प्रेम डोरी प्रीत की न ये टूटे
हरितालिक तीज की सभी को शुभकामनाएं
गौरी शंकर हर स्त्री को अखंड सौभाग्य दे। धन्यवाद
देवीलाल