ख्वाब और ख़्याल भी न जाने किस गली से आ जाए पता ही नहीं चलता। दिन नवरात्रि के चल रहें थे।कल्पना भी देवी की पूजा में मग्न रही। इन्हीं दिनों एक रात सपने में वह एक छवि देखती है कि लाल साड़ी और कुर्ते पजामे में एक जोड़ा उससे दूर खड़ा मुस्कुरा रहा है। यह कौन थे इतन
कल्पना सपना से अबोध नहीं थी। कल्पना ने सपना को अपनी बातों की खनक से हमेशा धीर के सामने रखा। हालांकि वह दोनों के साथ नहीं होती थी लेकिन वह दोनों से कभी दूर भी नहीं थी। सपना धीरज का अर्धांग है और अर्धांग सांस, आस, विश्वास, से जुड़ा होता है। यह सच भी कभी झूठ नहीं हो सकता। लेकिन औरत भाषा और भाव में पु
ना करिये तू ना करिये मिलने की जिद तू ना करिये लोकडाऊन में जिद तू ना करिये पुरे सांग क लिरिक्स देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे Lockdowan Vs Love New Haryanvi Song Lyrics Hindi
दूर कहीं अम्बर के नीचे,गहरा बिखरा झुटपुट हो। वहीं सलोनी नदिया-झरना झिलमिल जल का सम्पुट हो। नीरव का स्पंदन हो केवल छितराता सा बादल हो। तरुवर की छाया सा फैला सहज निशा का काजल हो। दूर दिशा से कर्ण - उतरती बंसी की मीठी धुन हो। प्राणों में
सपना का जन्म और प्रारम्भिक लाईफ सपना का जन्म सन 1990 के अंदर हरियाणा के रोहत के अंदर हुआ था ।उनकी प्रारम्भिक शिक्षा भी वहीं पर हुई थी । सपना चौधरी एक मध्यमवर्ग परिवार से संबंधित है। और उनके पिता एक प्राईवेट कम्पनी के अंदर काम करते थे । सन 2002 के अंदर उनके पिता की मौत के बाद सारे घर का भार उनके क
दिन भर की थकान के बाद रात में बेड पर सोना दुनिया के सबसे हसीन कामों में से एक है. अब सोने के बाद हमें सपने भी आते हैं, जिस दौरान हमारे शरीर में अजीब तरह की हलचल होती है. नींद में आने वाले कुछ सपने ख़ूबसूरत होते हैं, तो वहीं कुछ सपने बेहद अजीबोग़रीब और डरावने होते हैं. कई
सपना डांसर. एक ऐसा नाम जिसने यूट्यूब पर तहलका सा मचा दिया है. खेल ों के देश हरियाणा में अपने डांस से फेमस होने वाली सपना आज सेलीब्रिटी बन चुकी हैं. ‘सपना सॉलिड बॉडी’ वीडियो में अपने जोरदार लटके-झटकों से लाइमलाइट में आई सपना अब भोले के भजनों से लेकर नेताओं की रैलियों
जय जगन्नाथ... बोलो जय जगन्नाथ...रथ महोत्सव पर निकली यात्रा में उत्साहित बच्चों के मुंह से निकलने वालेइस जयकारे ने नुक्कड़ से मोहल्ले की ओर जाने वाली पगडंडी पर चल रही उदासमाला की तंद्रा मानो भंग कर दी।जीवन के गुजरे पल खास कर उसका अतीत किसी फिल्म के फ्लैश बैक की तरह उसकीआंखों के सामने नाचने लगा।क्योंक
भारत में हर माैसम अपनी रवानी में उतरता है अाैर कुछ उलाहने, कुछ प्रेम, कुछ पहेलियां बुझाते हुए निकल जाता है। इसीलिए हम भारतीय हर माैसम का बेइंतहा इंतजार करते हैं। गर्मियां भले ही ऊब-डूब करती सांसें अाैर पहलु बदलने का माैसम है, लेकिन अपनी रवायत अाैर रसीले अामाें की अामद की वजह से सभी काे इसका इंतजार र