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मूलतः मैं एक शोध-छात्र हूँ परन्तु कभी कभी ऐसे ही कुछ लिख लिया करता हूँ!

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drhim86

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अतिशियोक्तियां

19 सितम्बर 2015
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मांस-मदिरा निषेध हेतु कार्यक्रम किया गया आयोजित,जो कि था शहर के मदिरा-किंग के द्वारा ही प्रायोजित!मांग थी कि सभी तमोगुणी चीज़ों का उपभोग बंद करें,डिसाइड हुआ कि इसी ख़ुशी में चिकन का सेवन करें!एक नेता माईक पर गरीबी हटाने को था चिल्ला रहा,पास एक माँ की गोद में शिशु भूख से बिलबिला रहा!कालकवलित होने से उस

विवाह बाज़ार!!

17 मार्च 2015
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विवाह या शादी हर इंसान का ख्वाब या सपना होती है और २५-२६ साल के होते ही कच्चा माल "प्रोसेस्ड" होकर बाजार में बिकने आ जाता है! जितनी अच्छी नौकरी, उतने ही अच्छे दाम!!! आजकल जिओतना फायदा सिडबी (स्माल इंडस्ट्रीज़ डेवेलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया) द्वारा स्थापित किये गए लघु उद्योगों में नहीं होता है उतना तो आजक

संस्कार: नये-पुराने!!!

17 मार्च 2015
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कहते हैं हमारे हिन्दुस्तानी समाज को जन्म से लेकर मरण १६ संस्कारों से गुजरना पड़ता है, जिसमे सोलहवाँ संस्कार मृत्यु-उपरान्त अंतिम संस्कार होता है! खैर हमारे यहाँ सारे मुद्दे संस्कारों से ही जुड़े होते हैं, कुछ भी गलत हो जाये तो दोष संस्कारों को ही दिया जाता है, ये बात ठीक वैसे ही है जैसे नेता लोग कुछ भ

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