संस्कार: नये-पुराने!!!
कहते हैं हमारे हिन्दुस्तानी समाज को जन्म से लेकर मरण १६ संस्कारों से गुजरना पड़ता है, जिसमे सोलहवाँ संस्कार मृत्यु-उपरान्त अंतिम संस्कार होता है! खैर हमारे यहाँ सारे मुद्दे संस्कारों से ही जुड़े होते हैं, कुछ भी गलत हो जाये तो दोष संस्कारों को ही दिया जाता है, ये बात ठीक वैसे ही है जैसे नेता लोग कुछ भ