यह पुस्तक हमारे उन सभी महापुरुषों एवं पूर्वजों को समर्पित है, जिन्होंने सनातन धर्म की परम्पराओं (मानवता, सत्यता, न्याय इत्यादि) का आदर्श रूप से पालन करते हुए अपने श्रेष्ठ कर्मों द्वारा अपने धर्म, कुल एवं देश के गौरव को बढ़ाया तथा उसके हेतु अपना सर्वस्
एक अलग ही दुनिया में ले जाने वाली कहानियों का संग्रह है
जिस प्रकार भारतीय धर्मग्रंथों को ऐतिहासिक रूप से प्रमाणिक नहीं माना जाता रहा है ठीक उसी प्रकार इन धर्मग्रंथों में दिखाए गए महान व्यक्तित्व भी। इसका कुल कारण ये है कि इन धर्मग्रंथों को कभी भी पश्चिमी इतिहासकारों के तर्ज पर समय के सापेक्ष तथ्यात्मक र
महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया उदयपुर, मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा थे। उनका नाम इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ प्रण के लिये अमर है। उन्होंने मुगल बादशहा अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया।
कहानी शुरू करने से पहले मैं चाहता हूँ कि आप सब को इस कहानी के पृष्ठभूमि से अवगत करा दूँ ताकि आप को इसके परिस्थितियों को समझने में सुगमता हो। हमारे देश द्वारा भारत-चीन सीमा पर अपनाए गये आक्रामक रूख से चीन बौखलाया हुआ था। इधर कोरोना महामारी के लिए उसे
ऐतिहासिक फिक्सन कहानियों का संग्रह
आम बोल चाल की भाषा में जब वाद विवाद के दौरान कोई अपनी मर्यादा को लांघने लगता है, अपनी हदें पार करने लगता है तब प्रायः उसे लक्ष्मण रेखा नहीं पार करने की चेतावनी दी जाती है। आखिर ये लक्ष्मण रेखा है क्या जिसके बारे में बार बार चर्चा की जाती है? आम ब
यह एक वीरांगना की कहानी है,
भारतीय इतिहास में युद्ध की घटनाओं को पढ़कर मन में अनेकों प्रकार के रोमांचक प्रश्न उठते थे। मन करता था, युद्ध लड़े गए सैनिकों से मैं बात कर सकूं। शायद भगवान ने मेरी इस इच्छा को अमलीजामा पहनाने के लिए मेरी किस्मत में एक सैनिक की पत्नी बनना निश्चित किय
शिक्षाप्रद एवं उद्देश्यात्मक छोटी बड़ी कथाओं का संग्रह जोकि ज्ञान, वैराग्य, सेवा, परोपकार, सदाचार, ईश्वर विश्वास और भगवत भक्ति का उपदेश देने वाली होने से, सभी आयु वर्ग के पाठकों के लिए जीवन उपयोगी एवं कल्याणकारी मार्गदर्शक सिद्ध हो सकती है।
प्रेणास्रोत किताब
ऐतिहासिक लेखों का संग्रह