‘‘अशोक कुमार पाण्डेय की ‘कश्मीरनामा’ हिन्दी में कश्मीर के इतिहास पर एक पथप्रदर्शक किताब है। यह किताब घाटी के उस राजनैतिक इतिहास की उनकी स्पष्ट समझ प्रदर्शित करती है जिसने इसे वैसा बनाया, जैसी यह आज है।’’-शहनाज बशीर, युवा कश्मीरी उपन्यासकार ‘‘ ‘कश्मीर
देश प्रेमी सुभाष चंद्र बोस के बहन के बारे में है,
दस्यु और दासों के संघर्ष की एक अनोखी दास्तां जिसमें यदि एक ओर मलय और बेला की प्रेम गाथा शामिल है तो वहीं दूसरी नागों का बुना एक घिनौना जाल भी शामिल है..... मृगांकदत्त जिसे नहीं पहचानता वह काल सिंधु घाटी से बहुत दूर बड़ा हो रहा है....क्या है नागो की अ
शिक्षाप्रद एवं उद्देश्यात्मक छोटी बड़ी कथाओं का संग्रह जोकि ज्ञान, वैराग्य, सेवा, परोपकार, सदाचार, ईश्वर विश्वास और भगवत भक्ति का उपदेश देने वाली होने से, सभी आयु वर्ग के पाठकों के लिए जीवन उपयोगी एवं कल्याणकारी मार्गदर्शक सिद्ध हो सकती है।
कौरव वंश का जया महाकाव्य भारत के महानतम महाकाव्यों में से एक महाभारत पर आधारित एक कहानी है। लेकिन, जहां जया पांडवों की जीत की कहानी थी, वहीं अजय अजेय कौरवों के दृष्टिकोण से कहानी है। पुस्तक भारत के सबसे शक्तिशाली साम्राज्य की पृष्ठभूमि पर आधारित है।
फासीवाद के विरोध में अपना सर्वस्व दाव पर लगाकर जो लड़ाई बंजारो ने हमारे पूर्वजों ने 1857 में शुरू की थी वह आज तक रुकी नहीं है हमने अंग्रेजों के विरुद्ध शस्त्र उठाए और युद्ध का आगाज किया अंग्रेजों ने कानून और भारत सरकार के साथ मिलकर सीटी एक्ट बनाकर हम
पांच वर्ष की अल्पायु में जब शिवगामी ने अपनी आंखों से देखा कि माहिष्मती के सम्राट ने उसके पिता को राजद्रोही घोषित कर मृत्यु का आदेश दिया है, तभी उसने प्रतिज्ञा कर ली कि एक दिन वह इस साम्राज्य का सर्वनाश कर देगी। इसी बीच, अपने कर्तव्यों पर आंख मूंदकर व
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प्रतीक यादव मुलायम सिंह के बेटे हैं! भाजपा में शामिल होने वाली अपर्णा यादव 6 करोड़ रुपए की कीमत वाली लेम्बोर्गिनी कार में सफर करती हैं। ========= 19 जनवरी को श्रीमती अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो गई। अपर्णा यादव का भाजपा में कितना महत्व है, इसका अ
इसकी रचना चौथी शताब्दी में हुई थी। इसमें चाणक्य और चन्द्रगुप्त मौर्य संबंधी ख्यात वृत्त के आधार पर चाणक्य की राजनीतिक सफलताओं का अपूर्व विश्लेषण मिलता है। इस कृति की रचना पूर्ववर्ती संस्कृत-नाट्य परंपरा से सर्वथा भिन्न रूप में हुई है- लेखक ने भावुकता
कर्मा बाई एक गरीब महिला थी जो भगवान कृष्ण कि परम भक्त थी,
प्रेमचंद आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह और उपन्यास सम्राट माने जाते हैं। यों तो उनके साहित्यिक जीवन का आरंभ १९०१ से हो चुका था पर बीस वर्षों की इस अवधि में उनकी कहानियों के अनेक रंग देखने को मिलते हैं। कर्मभूमि का कथासार ‘कर्मभूमि’ यथार्थ और आदर्श के
आज की युवा पीढ़ी को साहसिक बच्चों की कथाओं द्वारा प्रेरित करती पुस्तक
यह हमारे देश के एक ऐसे अभियंता की कहानी है जिसने एक ट्रेन को एक्सीडेंट से बचाया था