shabd-logo

जब भी तुम्हारे शब्दोंको पढते है हम

17 सितम्बर 2021

108 बार देखा गया 108
जब भी तुम्हारे शब्दोंको पढते है हम
मन मै तुम्हारे लीये गर्व मेहसुस करती हु
तुम मेरी प्रेरणा हो तुम मेरी मुस्कान हो
इस मुस्कान को याद करते है हम
तुम्हारे शब्द वो तीर है जो दिल को छु जाते है
ओर ऊन तीरो से मेरा जीवन ही बदल देते है

dhanashri kaje की अन्य किताबें

30 सितम्बर 2022

8
रचनाएँ
दिल के अल्फाज
5.0
मेरा हिंदी कविता संग्रह इस किताब मै आपको मेरी कुछ कविता ए पढने मिलेगी
1

जब भी तुम्हारे शब्दोंको पढते है हम

17 सितम्बर 2021
18
3
1

<div>जब भी तुम्हारे शब्दोंको पढते है हम</div><div>मन मै तुम्हारे लीये गर्व मेहसुस करती हु</div><div>

2

तुम मेरी कहानी का वो हिस्सा हो

17 सितम्बर 2021
7
3
0

<div>तुम मेरी कहानी का वो हिस्सा हो </div><div>जिसे मै अपने दिल मै हमेशा छुपाकर रखती हु</div><d

3

नशा जिंदगी का

17 सितम्बर 2021
5
2
0

<div>नशा जिंदगी का यु छाने लगा है</div><div>जैसे अब सब कुछ आसान लगने लगा है</div><div>मुश्कीले हो गय

4

वो सख्सियत

18 सितम्बर 2021
4
6
0

<div>वो सख्सियत तुम्हारी</div><div>हमेशा याद आएगी</div><div>वो तुम्हारा मुस्कुराना</div><div>हमेशा य

5

जीने की एक वजह

18 सितम्बर 2021
1
4
0

<div>एक जीने की वजह हो तुम</div><div>मेरा एक सपना हो तुम</div><div>केहेने को तो मेरे हो भाई</div><di

6

निगाहे बोलती है

19 सितम्बर 2021
6
3
0

<div>निगाहे बोलती है कुछ इशारो मै</div><div>अपने राज खोलती है चुपकेसे</div><div>पलके उठाके पलके झुका

7

विश्वास की दोर

20 सितम्बर 2021
5
0
0

<div>विश्वास की डोर सदा बांधे रखना</div><div>मन मै होसलो का दीपक जलाकर राखना</div><div>कभी न मानना ह

8

जहा पर सीर्फ हम तुम हो

23 सितम्बर 2021
5
3
0

<div>जहा पर सिर्फ हम तुम हो</div><div>ऐसा एक सुंदर जहा बनाना</div><div>कोई हमे हटा न सके </div>

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए