राब्ता तुम्हारा है
और मोहब्बत हमारी है
इख्तियार पर न इतराओ
आरज़ू हमारी है
ज़फ़र तुम्हारी है
और ज़िक्र हमारा है
जागीर पर न इतराओ
जज़्बा हमारा है
तिजारत-ए-इश्क़ तुम्हारा है
और इबादत हमारी है
शोहरत पर न इतराओ
अमानत हमारी है
इत्माम तुम्हारा है
और गुज़ारिश हमारी है
हैसियत पर न इतराओ
शख्सियत हमारी है
ताकतें तुम्हारी है
और खुदा हमारा है
अक्स पर न इतराओ
आइना हमारा है।