जीवन को हमेशा, आशा से भरेगा
खाक होकर भी, निरंतर साहस भरेगा
जला है अकेले, अकेले जलेगा
तिमिर से डरा ना, तिमिर से डरेगा
ना परवाह उसको, रहे साथ कोई
तिमिर से लड़ा है, तिमिर से लड़ेगा
ना सोचा ठहर पल, ना पलभर रुकेगा
तम को मिटाकर, जग रोशन करेगा
दीया ने सदा ही, दिया है जगत को
जला प्राण-बाती, उजाला करेगा।।