कौन कहता है कि कोई फ़कीर होता है।
दिल-ए-मोहब्बत में वो अमीर होता है।।
यूं हंसना मत हालात पर तुम किसी के।
हर एक शख्स का अपना ज़मीर होता है।।
वक्त और हालात सबके, वादे बदल देते हैं।
किसका कहा पत्थर की लकीर होता है।।
कश्मकश ये है कि पिएं या फेंक दें इसे।
ये ज़हर ही ज़िंदगी का अक्सीर होता है।।
रूह को कौन देखे, यहां फुर्सत किसे है।
पहली नज़र बदनाम तो शरीर होता है।।
लोग मन मुताबिक करते हैं काम ईमान।
और आखिर में जवाब तकदीर होता है।।