संघर्ष भरी इस रणभूमि में
मानव तुमको लड़ना होगा
दृढ़ निश्चय कर इस जीवन में
नित-नित आगे बढ़ना होगा
थक - हारकर रुक ना जाना
मार्ग बदलकर चलना होगा
संघर्ष भरी इस रणभूमि में
मानव तुमको लड़ना होगा।।
चंचल मन की उलझी डोरी को
एकाग्रता में मिलना होगा
लड़खड़ाते इन कदमों को
मज़बूती से रखना होगा
मिल ना जाए मंज़िल जब तक
मेहनत का दीप जलाना होगा
संघर्ष भरी इस रणभूमि में
मानव तुमको लड़ना होगा।।
आत्मविश्वास की अखंड ज्योति से
साहस मन में भरना होगा
चुनौतियों से कर मुकाबला
राहों से शूल हटाना होगा
ज्ञान के मोती चुनकर तुमको
सुगंधित पुष्प खिलाना होगा
संघर्ष भरी इस रणभूमि में
मानव तुमको लड़ना होगा।।
अरमानों के विशाल भंवर से
खुद को बाहर लाना होगा
बिखरे हुए जीवन को, खूबसूरत
रंगों से सजाना होगा
सफलता का परचम लहराकर
मुकम्मल जहां बनाना होगा
संघर्ष भरी इस रणभूमि में
मानव तुमको लड़ना होगा।।
कामयाबी का ताज पहनकर
ज़मीं से जुड़े रहना होगा
करो सम्मान सभी का जग में
चरित्र को स्वच्छ रखना होगा
नाम कमाया है जो तुमने
उसको शाश्वत करना होगा
संघर्ष भरी इस रणभूमि में
मानव तुमको लड़ना होगा।।