कभी कभी खुद को दोहराते रहना चाहिए
कभी कभी खुद को दोहराते रहना चाहिए, लिख कर, गा कर, हस कर, मुसकीया कर, बतिया कर और भी बहुत कुछ कर..अपने अंदर की गहराई को देखना जैसे अंतरिक्ष में अनन्त से मुलाकात की तरह....तुझसे हुई बात की तरह.. दोस्तों के साथ बिती सिगरेटी कस और ह्विस्की वाली रात कि तरह...बहुत पहले गए गांव के अहसास कि तरह.. खर्च कि गए