चलो एक खाब लिखते हैं..
चलो अपनी अपनी बात लिखते हैं..
तुम अपने हालत..हम अपने जज्बात लिखते हैं..
क्या..? तुम्हें याद नहीं..
खैर.. चलो साथ साथ लिखते हैं..
तुम्हारी पहली अवाज, मेरी पहली शायरी...
हाँ ..हाँ वो पहली मुलाकात लिखते हैं...
तेरा हसना.. मेरा रोना.. तेरा मेरा प्यार से भी ज्यादा प्यार करना..
हाँ वो.. तिलिस्मी ऐहसास लिखते हैं....
पन्ने भी हैरान हो जाए...आज..
हकिकत में ना सही, पन्नों पर ईतना साथ लिखते हैं...
चलो एक खाब लिखते हैं..मेरे भी तेरे