रात को छुपकर रवि-असद दोनों राधा के घर जाते असद ध्यान रखता और रवि राधा से बालकनी में मिलता,मगर किसको पता था इनकी खुशियां जल्दी ही मातम में बदलने वाली थी |
वक़्त बीतता गया असद-रवि और राधा नें जवानी में क़दम रखा| दोनों नोजवान गठीले बदन लंबी डील डॉल के साथ साथ -साथ रहते घर कारोबार की कोई फिक्र ना थी,कॉलेज और दोस्तों में आवारागर्दी करते कॉलेज में दोनों की दोस्ती का बोलबाला था,कोई इन दोनों से उलझने की हिम्मत नही करता था| कॉलेज में एक मनचला अर्जुन शेट्टी भी था जिसका काम ड्रग्स,और नशीले पदार्थ स्टूडेंट्स को बाँटना था,उस का भाई रुद्रा शेट्टी एक राजनैतिक पार्टी का अध्यक्ष था, वह भी बड़े पैमाने पर ड्रग्स का कारोबार करता था।बस यही वजह थी की कोई उस्से दुश्मनी मोल नहीं लेता था।
असद-रवि दोनों उसे कईं बार उसके कामों की वजह से उसे धमकी भी दे चुके थे।
राधा भी इसी कॉलेज में पढ़ती थी, राधा की सहेली रमा को अर्जुन शेट्टी के गुंडों ने जबरदस्ती ड्रग्स देने की कोशिश की राधा के विरोध करने पर उसका हाथ पकड़ लिया राधा ने उसे ज़ोरदार थप्पड़ मारा यह बेइज़्ज़ती वोह सह ना सका और राधा को अपने गुंडों से उठवा लिया| वोह उसे अपने अड्डे पर ले गया वो राधा के साथ कुछ करता उससे पहले ही वहां असद-रवि पहुंच गए और पच्चीस-तीस लोगों के झुंड से भीड़ गए दोनों को खूब चोटें आयी मगर वो राधा का बचाने में कामयाब हो अर्जुन शेट्टी को दिमागी चोट आई और वह कोमा में चला गया, असद-रवि,राधा को घर छोड़कर अपने-अपने घर गए और किसी को अपने घर कुछ न बतानें को कहा घर वालों नें पूछा तो रवि-असद नें मोटरसाइकिल से गिरने की बात कहकर टाल दिया|