तन्हा कभी मिलो तो बयां आरज़ू करें, ये feb का महीना है,इसमें क्या गुफ्तगू करें, इस महीने में सलीके की बात को भी, लोग गलत अंदाज-ए-बयां में लेते है, तो 'साहेब' इश्क़,मोहब्बत ही तो करनी है, तो क्यूं ना, इसका जिक्र फिर किसी और माह से सुरु करें.... ✍️
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