28 जून 2023
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लेखक इंजीनियर शशिकुमार मूलतः राजस्थान प्रांत के करौली जिले के छोटे से गांव में पैदा हुए हैं। जिन्होंने अपनी प्रारम्भिक पढ़ाई गांव के स्कूल से ही किया है। इसके बाद इन्होंने राजस्थान के कोटा विश्वविद्यालय से स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री समाजशास्त्र (एम.ए.) और राजनीतिक विज्ञान (एम.ए.) से प्राप्त की। वर्तमान में लेखक दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन में जुनियर इंजिनियर (J. EN/ELECTRICAL) के पद पर कार्यरत हैं। मेरी ड्यूटी को पूरी करने के बाद बचे हुए समय में ,मैं अपना वक्त निकालकर लेखन कार्य निरंतर प्रवाह में करने की कोशिश कर रहा हूं। इन्हें बचपन से ही गद्य और पद्य दोनों ही विधाओं का साहित्य पढ़ने का शौक था। गांव के जीवन साहित्य के पढते-पढते प्रकृति के अद्भुत नजारों को देखते हुए आने मन की कल्पनाएं कविताओं के रुप में आने लगी। छोटी-छोटी कविताएं लिखते हुए कवि ने लेखन कार्य की शुरुआत की। इस समय लेखक ने विभिन्न ई बुक्स प्लेटफॉर्म पर हजारों रचनाओं पर लेखन कार्य किया है। लेखक के द्वारा प्रेम और रोमांस , सामाजिक,वीरता और हॉरर रचनाओं पर लेखन का कार्य चल रहा है। मेरी रचनाओं में "प्यार एक धोखा" "भेदभाव की आग" "कॉलेज का इश्क" जैसी अनेकों रचनाएं प्रसिद्ध है। अमर उजाला, मेट्रो की अर्द्ध वार्षिक पत्रिका, बोधिसत्व जैसी अनेक पत्रिकाओं में मेरी रचनाओं का प्रकाशन हो चुका है । "शब्द.इन" पर मैंने सैकड़ों रचनाओं का प्रकाशन किया है। लेखक द्वारा रचित "मां" उपन्यास जो अमेजन, फ्लिपकार्ट और किंडल पर उपलब्ध है। "मन के गीत मेरे शब्दों में" अर्थात् मेरे विचारों को लफ्जों के अल्फाजों से सजाकर मैं आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूं। मेरे जीवन में होने वाले संघर्ष , मेरे आसपास में घटित घटनाओं से मुझे रचनाओं को लिखने की बहुत प्रेरणा मिलती है। लेखक वर्तमान समय और परिस्थिति को शब्दों के संगम को रचनाओं में ढालकर लोगों के अंदर जागरूकता,प्रेरणा और नई ऊर्जा का संचार करने की कोशिश कर रहा है। D
मजदूरदेश की नींव और निर्माण है मजदूर।असली प्रगति के हकदार हैं मजदूर।।खून पसीने से भारत माता को सींचते हैं।देश की तकदीर अपने कंधों पर खींचते।।नव नीड़ मनुज के लिए निर्माण करते हैं।अपने पेट की खातिर चिलच
सूडान गृहयुद्धभयंकर विभिषिकाओं से घिरते जा रहे देश।क्यों गृहयुद्ध की आग में भुन रहे देश।।आम आदमी की मुसीबत बढ़ा रहे हैं।निजी फ़ायदे के लिए शेर जंगल उजाड़ रहे हैं।।कभी सूडान,कभी बांग्लादेश गृहयुद्ध किय
वे बुद्ध थे।सत्य अहिंसा का सन्देश दे गए वे बुद्ध थे।जो करूणा , मैत्री ,दया का संदेश दे गये बुद्ध थे।जो सत्य का हमें मार्ग दिखा गये वे बुद्ध थे।जो वैज्ञानिकता का ज्ञान करा गये बुद्ध थे।।सम्यक ज्ञान, सम
प्रजा का विश्वास और उनके अरमानों की खान है। सत्य ,करूणा ,मैत्री , बंधुत्व उसके जीवन की जान है।।समता और स्वतंत्रता ,राजा की ताजपोशी मे होनी चाहिए।न्याय व्यवस्था उचित हो, ऐसा राजा राज्य को चाहिए।।न
क्यों सुलग रहा देश , शान्ति को किसकी नजर लग गई। मणिपुर में दो जातियों के मध्य जातीय हिंसा फैली हुई है। जिसे कारण वहां पर 100 लोगों के मरने का अंदेशा लगाया जा रहा है और लगभग 200 लोग घायल हो रहा है
देश को क्या हो गया है, लगी भी न जाने किसकी नज़र।कल मणीपुरी दंगे, आज दी केरला स्टोरी की खबर।।असंतोष है चारों तरफ , लोग मौत के घाट उतार रहे हैं।आतंकवादी कृत्य और जातीय संघर्ष, हर दिन बढ़ते जा रहे हैं।।र
अंडमान सागर से सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना एक कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान के रूप में विकसित हो चुका है। 'मोचा' नाम का यह चक्रवात भारत से नहीं टकराएगा। अब यह बांग्लादेश और म्यांमा
वक्त बदल दिया उन आंधी के झौकों ने।मानव को जकड़ लिया तकनीक के झरोखों ने।हर तरफ दासता थमा दी मनुष्य के दिमाग को।मनुष्य ने सब कुछ झौंक दिया तकनीक की आग को।।हां ! मुझे काम करने में गति प्रदान की।मुझे हर क
सियासत की दुनिया में अंहकार खत्म हो जाते हैं।जनता है जनार्दन उसके मत काम आते हैं।।लोकतंत्र में जनता का राज चलता है।जनता का मत हमेशा सरकारें बदलता है।।कल तक था राज जिसका ,जनता ने उसे तीन लिया।पांच साल
मेरी श्वासों में श्वास है मेरी मां।मेरे दिल में धड़कती हुई धड़कनें है मेरी मां।आसमान से ऊंची है मेरी मां।सागर से गहरी है मेरी मां।।मेरे सपनों में बनकर सपना रहती है मेरी मां।मेरी उम्मीदों में नव किरण ह
मेरी श्वासों में श्वास है मेरी मां।मेरे दिल में धड़कती हुई धड़कनें है मेरी मां।आसमान से ऊंची है मेरी मां।सागर से गहरी है मेरी मां।।मेरे सपनों में बनकर सपना रहती है मेरी मां।मेरी उम्मीदों में नव किरण ह
सुखदेवजो कतरा -२ अपने तन का , भारत माता को सौंप गये।थे आजादी के दीवाने ,कण्टक पथ चल सब झेल गये।अपनी माता के आंसू पौंछ, हिम्मत की दे गये एक मिशाल।मर जाऊं तो मां अश्क ना बहाना, तेरी गोदी का
फिल्म अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े ड्रग्स केस की जांच में फंसे समीर वानखेड़े की खूब किरकिरी हो रही थी. इस मामले में किरकिरी के बाद समीर वानखेड़े की नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी)
आईपीएल से जुड़े विवादआईपीएल एक विवाद बन गया है।यह एक प्रतिष्ठित सट्टा बाजार बन गया है जहां नीलामी होने लगी है देश की तकदीर की।क्रिकेट की दुनिया में ना कोई विवादों की लकीर थी।मैच फिक्सिंग के मामलो
विश्व एड्स टीका दिवस एड्स टीका सभी लगवाये, एड्स से सुरक्षा पायें।एड्स भयंकर है बीमारी , अपनी सुरक्षा खुद अपनाये।जन-जन की यह जिम्मेदारी , टीकाकरण जरुरत तुम्हारी।महामारी से बचने का यह उपाय, संक्रमण
सुनामी की भविष्यवाणीउठती लहरें सागर की , जब अपनी पर आ जाती हैं।सागर के तट पर हो बेकाबू, अपना रूप दिखाती है।भयंकर तबाही में मच जाती, अब किसी की खैर नहीं।जब गैर हुए कुदरत के मानव, मानव जीवन की खैर नहीं।
जिस उद्देश्य को पाने के लिए है रहा है क्या यह सफल हो पायेगा।देश के जयचंदो का काला धन वापस आ पायेगा ।फिर से गरीबों की गर्दन पर तलवार ना लटक जाये।नोटबंदी 2.0 गरीबों के लिए ना खटक जाये।अगर काला धन लाना ह
नोटबंदी 2.0 का असरनोटबंदी 2.0 का असर उस वक्त भी हो सकता है । जब सरकार बैंकों पर पूरी तरह से नियंत्रण रखें क्योंकि कहीं ऐसा ना हो कि पर्दे के पीछे कुछ अलग ही खेल चल रहा है। पिछली नोटबंदी के समय ऐस
नोटबंदी 2.0 का असरनोटबंदी 2.0 का असर उस वक्त भी हो सकता है । जब सरकार बैंकों पर पूरी तरह से नियंत्रण रखें क्योंकि कहीं ऐसा ना हो कि पर्दे के पीछे कुछ अलग ही खेल चल रहा है। पिछली नोटबंदी के समय ऐस
जी-20 की आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यसमूह की दूसरी बैठक आज मुम्बई में शुरू हुई। इस बैठक का उद्देश्य रचनात्मक वित्तीय तंत्र की जांच और अवसरों की पहचान करके विशिष्ट समुदायों पर पडने वाले आपदा के प्र
कोरोना का पीक चल रहा था,लोगों की मौत के आंकड़े बढ़ते जा रहे थे।चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ था।हर ऑफिस, उद्योग पर ताले लग चुके थेया वहां की सुनसानियत लोगों के भय को बता रही थी।हजारों मजदूरों के साथ सेंट्
भारतीय अर्थव्यवस्था 2023-24देश की रीढ़ कमजोर पड़ी है, भविष्य में परिवर्तन की उम्मीद है।भारतीय अर्थव्यवस्था पिछड़ी हुई, अर्थव्यवस्था देश की फरीद है।।तरूण देश के खड़े हुए, अर्थव्यवस्था सुधर जायेगी।उम्मी
देश की आजादी के लिए ,हर किसी का किरदार है।लोग उसे बदनाम करे या आबाद , यह मानव का व्यवहार है।।किन परिस्थितियों में उन्होंने, अपने आप को समर्पित किया था।एक-एक बूंद जल को तरसे , ऐसा संघर्ष मोल लिया था। ।
देश के जहां कानून बनते हैं, उसे संसद कहते हैं।जनता के प्रतिनिधि , जहां देश की तकदीर का फैसला करते हैं।निष्पक्ष कार्यपालिका और विधायिका के , पालनहार जहां बसते हैं।सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में , हम यहा
शाहबाद केस आज के युवा बालकों के लिए चौकन्ना करने के लिए बहुत ही सनसनीखेज घटना है। जो मानवता को पूरी तरह शर्मसार करती है। आजकल के बच्चों में इतनी हिम्मत है गई है कि खुलेआम बाल अपराधी बनकर घूम रहे हैं।&
अमेरिका में हाल ही में बैंक के पतन का एक स्पष्ट कारण प्रतीत होता है। सिलिकन वैली बैंक (SVB) और सिग्नेचर बैंक में लगभग 90% डिपॉजिट बिना बीमा के थे, और अनइंश्योर्ड डिपॉजिट के चलने की संभावना है। इसके अल
काश!! मैं अनाथ होता।निश्चित होकर चैन की नींद में सोता।ना देखता मां की आंखों में आसूं।ना पिता की हिम्मत टूटते हुए।बस अफसोस यह होता ।मैं मां ममता के बिना सोता।मेरे जीवन का पालनहार मैं खुद होता ।। क
मैं मानव हूं तू मुझे बहुत डराती है।किसी को पता नहीं तू कब आती है। सत्य है ,अटल है, अडिग है हमेशा ।निश्चित है निराकार तुम्हें ना देखा ।।हरे-भरे चमन जैसे तन को सुखा देती है।रंक से राजा तक को औकात ब
हृदय कांप उठा है सबका ,मानव की इस भूल का ।रक्त रंजित हो चुका है, बालासोर की धूल का ।संवेदनाएं और सहानुभूति है, आंखों में अश्क भर आया है।असहनीय इस घटना ने ,देश को गम में डुबाया है।बालासोर की धरती को ,
रोता है मेरा अंतर्मन , बालासोर की दुर्घटना से।गई तीन सौ जान यहां , कारकोरम दुर्घटना से।हंसती मुस्कुराती जिंदगी , सपनों के साथ चली गई।कुछ हमसफर के साथ गई, कुछ अपनों को खोकर चली गई।।जिम्मेदारी लेगा कौन
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस-2023 का इतिहासजुलाई 2017 में खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) सम्मेलन के 40वें सत्र में आपनाएं गए विश्व खाद सुरक्षा दिवस के प्रस्ताव पर दिसंबर 2017 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) न
हार जीत का का महासंग्राम होता है।कोई जीत अपने नाम करता है ।जिसमें दम है वहीं मुकाम हासिल करते हैं।देश की विजय विश्व पताका अपने नाम करते हैं।।अंतिम चरण में एडी से चोटी का जोर लगाते हैं।जीत के लिए हर दे
बने मरते का सहारा ,देता जन को जीवनदान।इस धरती पर रक्तदान है , महादान।अन्तिम सांसों का सहारा बनकर आता है रक्तदान।मनुष्य की जीवन के लिए है , रक्त एक वरदान।।जाति-धर्म का मतभेद भुलाता है सदैव।जिंदगी बचाने
एक शक्तिशाली उष्णकटिबंधीय चक्रवात है जो पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर बना है और इसके भारत-पाकिस्तान सीमा के पास लैंडफॉल करने की उम्मीद है। यह 2023 उत्तर हिंद महासागर के चक्रवाती मौसम का तीसरा डिप्रेशन और
जी हां मैं पिता हूं। मेरे बच्चों की खुशियों के साथ।कमाता हूं और पालता हूं। हर वक्त हर मुसीबत के साथ।मेरे बच्चे का बचपन मुझे उम्मीद जगाता है।उसकी हर खुशी से मुझे जोश भर आता है।हर वक्त सोचता हूं उसके सु
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घायु बनाता है। 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस
पशुधन विधेयक 2023मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने सात जून, 2023 को इस विधेयक का मसौदा जारी करते हुए इस पर सार्वजनिक टिप्पणी और सुझाव मांगे थे। इस मसौदा विधेयक में भारत से जीवित पशुओं के निर्य
कुपवाडा मुठभेड़"तुम हमें दूध देंगे तो हम तुम्हें खीर देंगे।अगर देश की इज्जत से छेड़छाड़ की ,तो हम तुम्हें चीर देंगे""ईंट का जवाब पत्थर से देंगे"तथाकथित पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से देश की सीमा के
समान नागरिक संहितासमान नागरिक संहिता का सर्वप्रथम जिक्र सन 1835 की एक रिपोर्ट में किया गया था । जिसके अंतर्गत अपराधों, सबूतों और ठेके जैसे मुद्दों पर समान नागरिक संहिता लागू करने की मांग की गई थी। इसी
वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए इस बात को नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता है। कि जिन लोगों की आवाजों को आसानी से दबा दिया जाता था । उन लोगों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। कुछ वंचित और पिछड़े तबके के लोग
शब्द.इन पर अब आप केवल लिख और पढ़ ही नहीं सकते बल्कि अब अपनी किताबें भी छपवा सकते हैं, और तो और, पैसे भी कमा सकते हैं।