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क्या लिखूं..?...

19 जुलाई 2023

10 बार देखा गया 10
ए रूह....
हम तो जिंदगी लिखने की कोशिश करते है
पर हमारी कलम को,
सायद हमारी जिंदगी रास नहीं,
खुशी लिखने जाते है...
दर्द लिखा जाता हैं...
खुशी – ए – जिंदगी  बयां करती हूं,
..तो..
दर्द – ए – जिंदगी बयां हो जाता हैं,
अब तुम ही बताओ रूह..?
दर्द लिखूं!
या
खुशी लिखूं!

.....🖤🤍🖤.....


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रचनाएँ
शब्द अधूरे से...✍.
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लिखने बैठो तो शब्द अधूरे से पड़ जाते है....🥺
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शब्द...

16 जुलाई 2023
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हम लफ्जों मेंकभी कह ना पाएतुम कभी खामोशियों को हमारे पढ़ ना पाए इन जुबां को कभीमिले ना शब्दजो गर मिले भी शब्दतो हम उन्हे लफ्जों में बदल ना पाएं..🥀🍁.......🖤🤍🖤.......

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सब बदल गया...

17 जुलाई 2023
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ए रूह...बदल गया है बहुत कुछ,बदल गई है सारी दुनिया,बदले सारे अपने है,बदले सारे सपने है,बदल गया है,अब तो ये मौसम भी..पर जो बदल नही सका है तो वो है एक चीज...तेरा हमे दर्द में देख कर मुस्कुराना....🙃.....

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क्या लिखूं..?...

19 जुलाई 2023
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ए रूह....हम तो जिंदगी लिखने की कोशिश करते हैपर हमारी कलम को,सायद हमारी जिंदगी रास नहीं,खुशी लिखने जाते है...दर्द लिखा जाता हैं...खुशी – ए – जिंदगी बयां करती हूं,..तो..दर्द – ए – जिंदगी बयां हो ज

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जिंदगी...

25 जुलाई 2023
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कुछ खोना है,कुछ पाना है,जिन्दगी की हकीकत यहीं है जिन्दगी की,यही एक कहानी मशहूर है बीते लम्हें लौट कर नहीं आते,यादों को मिटाने वाले मिट जाते हैपर यादें ना मिटा पाते है..यही सबसे बड़ा कसूर है

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अपना...

18 अगस्त 2023
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एक सोने की तरह तूझे तिजोरी में छुपा कर रखूं..❤️ हमारा दिल चाहता हैं ..❤️हमारे इस छोटे से दिल में..❤️हमेशा तूझे कैद करके रखूं..❤️ हमारी किस्मत हमारा साथ नहीं देती..❤️वर्ना ज़िंदगी भर के लिए तू

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ख्वाहिश...

19 अगस्त 2023
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🥀हमारे हर लफ्ज़ अधूरे पड़ जाते हैं ..🥀तेरी अदा के सामने ..🥀 हम लिखने जाते हैं तेरी मुहब्बत को .. 🥀 ना जाने क्यों __🍁तब हमारे सारे अल्फ़ाज़ ही खत्म हो जाते हैं .. 🥀न जाहिर होती है तुमसे

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खूबसूरत दुनियां...

27 सितम्बर 2024
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कितनी खुबसूरत है <div>ये दुनिया यारो ,</div><div>इस बात का एतबार</div><div>आज हो ही</div><div>गया...... &

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खुशियां...

27 सितम्बर 2024
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ए रूह.....हमने अपनी जिंदगी की,बाज़ी को इस कदर हारा है, जीत कर भी जिंदगी को,हर रिश्ते से हारा है...दर्द हममें बहुत है,आप जाइए उनके पास जिनके पास खुशियों का खजाना हो!हर मुस्कुराहट बयां करती हैह

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चाहत...

27 सितम्बर 2024
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ए रूह...तुम समझ जाया करो,हमारी कुछ अनकही बातों को..वो शब्द हमारे पास होते ही नहीं,जिससे आपकी चाहत को ,हम लफ्जों में बयां कर पाते....🙃.....🖤🤍🖤.....

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दरारें...

27 सितम्बर 2024
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टूटी हुई चीज कभी जुड़ती नहीं ,गर जुड़ भी जाए तो ,उसमे दरारें पड़ ही जाती हैं...चाहें वो कोई भी चीज क्यों ना हो...चाहें वो रिश्ता हो या आइना....🖤.....🖤🤍🖤.....

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दिल...

27 सितम्बर 2024
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ए रूह.....ऐसा नहीं की तुझसा मिला नहीं कोई ,मिले तो बहुत...पर हमारे दिल में जो इक बारी बसा...उससा अब तक कोई नहीं...🙃......❤️🤍❤️......

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कस्ती...

27 सितम्बर 2024
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मासूम सी मोहब्बत का..बस इतना सा फ़साना है..कागज की कश्ती है..बारिश का महीना है..जहां उस कश्ती की मौत आनी तय है...🙃......🖤🤍🖤......

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सवाल...

27 सितम्बर 2024
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ज़िंदगी और अपनों के ,कुछ सवालों का हल करना है, लेकिन अभी अभी पता चला की ,सब को एक न एक दिन मरना है ...किसी के सवालों का पता नहीं, लेकिन अब खुद के लिए संभालना चाहता हूँ, बिन रुके चलना चाह

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समझ...

27 सितम्बर 2024
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ए रूह.....ज़िन्दगी में आते ही हैं क्यों कुछ लोग...जिनका मक़सद दिल तोड़ के जाने का ही रहता है..दिल के सारे गमों का दबाकर , हम आंसुओं को खुद से छिपाते हैं ...तुम आओगे कभी तो , यही झूठी आस लिए

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ए जिंदगी....

27 सितम्बर 2024
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ए रूह......जिंदगी में ऐसी भी कई रातें आती हैं,जब ना सोया जाता हैं .... ना जागा जाता है ....न जाने कौन सी कसम तुने खाई है हमें सताने की..ए जिंदगी....गर है हमसे नाराज तो छोड़ क्यूंनहीं देती हमे हमारे हा

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दर्द...

27 सितम्बर 2024
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लोग चले जाते हैं... यादें मिट जाती हैं..निशानियाँ खो जाती हैं...वक्त किसी के जाने से कभी नहीं रूकता ..बस ख़याल बेसुध होते हैं...आँखे भीगती हैं..मन कचोटता है...दिल रो उठता है... फिर एक नया दर

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सवाल...

27 सितम्बर 2024
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हम उस खुदा से क्या ही सवाल करे..?उसने तो एक जैसा ही दिल सबको दिया हैअब किसी के दिल में क्या हैकोई क्या जाने..?यहां तो मतलब की दुनिया है दोस्तमतलब से तो ...लोग खुदगर्ज बन जाते हैअपनी कुछ पल की खुशी के

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दास्तां ए जिंदगी....

27 सितम्बर 2024
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कभी आंसू तो ,कभी ख़ुशी देखी है,हमने अक्सर खुद को... खुद से ...मजबूर और बेबस होते देखा है....💯🍁🥀अपनी ज़िंदगी में भी लिखे है कुछ ऐसे किस्से,किसी ने अपना बना कर वक़्त गुज़ार लिया,तो किसी ने वक़्त

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वक्त...

27 सितम्बर 2024
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ए रूह......तू ही बता हम कैसे बदल जाएं अपनो के लिए इस जिंदगी सेथोडी सी खुशी ही तो चाही थी पर हमारी.....बुरी किस्मत वो भी ना दे सकी अपनो के साथ थोडा वक्त गुजारना चाहा थापर वो भी ना हो सका

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उलझन...

27 सितम्बर 2024
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जिंदगी...........रिश्ते ...........सपने...........प्यार ...........मोहब्ब्त...........यादें...........सुकुन ...........ट्विंकल ये सारी चीज़ें कितना उलझाती है यार...जितना भी सुलझाने की क

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खुदा...

27 सितम्बर 2024
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वो एक दोस्त जो खुदा सा लगता है,बहुत पास है जो दिल के फिर भी जुदा जुदा सा लगता है बहुत दिनो से वो ...खुबसूरत सा चेहरा नज़र नहीं आया शायद किसी बात पे,हमसे खाफा सा लगता है...🙃कर दो...माफ़

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अपना ...

27 सितम्बर 2024
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ज़िंदगी का एक ही सच है, जो अपना दिखता हैसबसे ज्यादा ,वही पराया होता है...सम्भाल कर रखे अपने जज्बात..कहीं कोई पल भर में इन्हें..तोड़ ना जाए...🙃

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कर्ज...

27 सितम्बर 2024
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कोई कैसे .... हां कैसे .... अपनी मजबूरियाँ बयाँ करे ...कहना जरूरी होता हैं...और डर भी उसी से होता है....."" यही तो खासियत है ज़िंदगी की...वो भी कर्ज चुकाने पड़ते है .. जिदंगी में जो सायद कभी

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प्रेम...

27 सितम्बर 2024
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प्रेम तो निशब्द है.....❤️💫प्रेम को समझना बहुत मुश्किल है.....कहने को मुश्किल है,समझो तो अमुश्किल हैं,ये तो प्रेम है.....जिसे समझने की कोशिश बेकार है..🙃🥀✨❤️

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आदत...

27 सितम्बर 2024
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वो खामोशिया ही जायज होती है , कहने को जहाँ अल्फाज़ नही होते ....सहने की आदत हो ही जाती है , जिन जख्मो के कही इलाज नही होते ...🥀✨❤️

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चाहत...

27 सितम्बर 2024
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""दिल में कोई छिपा बैठा हैबनकर एक ख़्वाब हमारा...उनके लिये हर पंक्ति लिख बैठती हूँ..जो सिर्फ और सिर्फ चाहत है हमारा...🙃🥀✨❤️

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उलझती ज़िंदगी...

28 सितम्बर 2024
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वो दिन भी एक दिन जरुर आएगा... वो फ़ैसला भी मंज़ूर होगा... वो सब्र भी आएगा... वो फ़ासला भी मंज़ूर होगा...उलझती ज़िंदगी...उलझते फ़ासले...तुम तुम न रहे...हम तुम न रहे...ये जिदंगी पहले सी न

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इश्क.....

28 सितम्बर 2024
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इश्क में झुकना पड़े ,तो हम झुक जायेंगे...वो इश्क ही क्या,जहां झुकना मंजूर ना हो...""..वो मुहब्बत ही क्या जहां वफा ना हो...इश्क में झुकना भी हमे मंजूर है..इश्क में गिरना भी हमे मंजूर है..बसर्त वो झुकान

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शोर...

28 सितम्बर 2024
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शब्दों का एक सागर है ,हमारे मन के ,किसी कोने में...अक्सर होता है ऐसाकी मन के भीतर ,बहुत शोर मचा होता हैं...पर बाहरी से ,एक खमोशी की दीवार पड़ी होती हैं..🍂🥀🍁🍃🖤

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वजह लिखने की....

28 सितम्बर 2024
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"हमारे लिखने की हमसे वो वजह पूछते हैं... तो सुनो जी ,,,, हम तो बस युँ हि लिखा करते हैं....!!" लिखने की कोई वजह हो जरुरी तो नहीं ना... ??हमारे लिखने की वजह क्या ही होगी जी...???_

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तेरा साथ...

28 सितम्बर 2024
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ख़ुद से बिछड़ना ,मुझको अच्छा लगा है...तुझमें बिखरना ,मुझको सच्चा लगा है ,नसीब से मिला ,जो ये तेरा साथ है...हर पल मेरे होंठों पे बस तेरी ही बात है...🙃❤️🖤.......

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मायूसी...

28 सितम्बर 2024
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करके वफा ये दिल ,तूझे याद करने को ,हर पल राजी रहा है ...पर इस दिल को ना जाने क्यों ...हर पल मायूसी ही मिला है ....🥺.....🖤🤍.....

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तेरे बिना....

28 सितम्बर 2024
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मेरी ज्यादा बोलती जिंदगी को...खामोशी से रुबरु कराने आये थे वो...अब तु ही बता क्या करे हम....इस कमब्खत दिल का ,जो ना तन्हा जी सकता है ....और ना तेरे बिना मर सकता है....मुझमेँ पहले भी थे तुम"मुझमें अब भ

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दर्द...

28 सितम्बर 2024
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आंखे तो क्या ,ये पलके भी ,कभी कभी रो देती हैं...हाल – ए – दिल ,समझता कोई नहीं..पर मजाक उड़ाते सब हैं...दिल का दर्द समझती है ..ये हमारी आंखे ,जो हर वक्त बहने को होती हैं राजी....🙃🖤🤍.........

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जिन्दगी हो मुकम्मल मेरी...

28 सितम्बर 2024
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हर बात में अब तुम्हारी बात शामिलहर जिक्र में अब तुम्हारा जिक्र होता हैमुझ को कोई ये बताए क्या यही प्यार होता है ?हर लम्हा अब मेरा हो मानो उसी के खातिरमुझ को बस जीना उसी के खातिरउस की एक मुस्कान के खात

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अंजान.....

28 सितम्बर 2024
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बैचेन सा जो था कल,वो आज सुकून-सा है,ए जिंदगी तू ना छोड़ी जायेगी अब हमसे,इसी का तो अब जूनून - सा है.....ए वक्त सांसो में ,समाओ तो अब वो खुशबु है हम,और दिल में उतर जाओ ,कुछ ऐसा अब सुकून है हम...ए अंजान इ

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सहारा...

28 सितम्बर 2024
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जिसकी किस्मत में ,लिखा ही हो हमेशा रोना...वो मुस्कुरा भी दे तो ,दर्द आंखो से छलक जाते हैं...कोई भी न था ,उस वक्त मेरे पास दिलासा देने को...जब मुझे सबसे ज्यादा,किसी के सहारे की जरुरत थी....मैं ख़ुद ख़ु

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चाहत...

28 सितम्बर 2024
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चाहत आजमाने की कोई चीज नहीं जनाब ,ये तो वो एहसास है ,जिसे जिया जाए तो ,पूरी की पूरी एक जिंदगी भी ,कम पड़ जाती है....❣️❤️💙❤️

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