माँ शारदे शत भर नमन!
माँ सरस्वती शत-शत बार नमन !!
ये जगती है तम की कारा,
जनमानस पापों से हारा ,
है थकित मनुजता,व्यथित मनुज,
माँ औओ काटो तम बंधन!
माँ शारदे शत भर नमन!
माँ सरस्वती शत-शत बार नमन !!
दे दो गीतों को भाव नवल,
संकल्पों में भागीरथ बल ,
करने को सबका मन निर्मल,
ले आऊँ देव -सुर-सरि पावन !
माँ शारदे शत भर नमन!
माँ सरस्वती शत-शत बार नमन !!
शःब्दों छंदों का ज्ञान नहीं ,
स्वर,लय का भी संधान नहीं,
माँ दिव्य ज्ञान की किरणों से,
करदो आलोकित मन जीवन!
माँ शारदे शत भर नमन!
माँ सरस्वती शत-शत बार नमन !!
श्री संतोष कुमार दुबे